Jamiat remembers Maulana Altaf
मौलाना नसीबुद्दीन बने कार्यवाहक जिला अध्यक्ष
देहरादून। Jamiat remembers Maulana Altaf जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखण्ड की और से मरहूम मौलाना अल्ताफ हुसैन मजाहिरी को को खिराज-ए- अकीदत पेश करने के लिये मदरसा मोरोंवाला में एक शोक सभा का आयोजन किया गया।
शोकसभा में उत्तराखण्ड जमीयत के प्रदेश महासचिव मौलाना अल्ताफ, मौलाना मतीन उल हक उसामा अध्यक्ष जमीयत उलेमा उत्तर प्रदेश व मुफ्ती सईद अहमद पालनपुरी को भी श्रद्धांजलि दी गई।
प्रोग्राम की अध्यक्षता जमीयत के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद आरिफ कासमी ने की। इस मौके पर जमीयत के प्रदेश महासचिव मौलाना मासूम कसमी ने मौलाना अल्ताफ के जीवन व जमीयत की अहमियत पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि मौलाना अल्ताफ 20 साल से जमीयत से वाबस्ता थे, 2004 में जिला देहरादून में जमीयत का गठन किया गया, पहले सदर मौलाना अल्ताफ बने, मौलाना अल्ताफ के मंसूबो को मुकम्मल करने का भी संकल्प लिया गया।
मौलाना अरशद कासमी ने कहा कि कुछ लोग दुनिया मे अपने कारनामों के माध्यम से हमेशा जिंदा रहते हैं। कारी शमीम ने कहा कि मौलाना अल्ताफ बड़े शफीक इंसान थे, जमीयत के लिये उनका जाना बड़ा नुकसान हैं।
मौलाना अजीमुद्दीन ने कहा कि मौलाना अल्ताफ ने सादगी के साथ अपनी जिंदगी गुजारी, प्रधान अब्दुल रज्जाक ने भी विस्तार से मौलाना की खिदमात को बयान किया। जिला देहरादून के उपाध्यक्ष मौलाना नसीबुद्दीन को जिले का कार्यवाहक जिला अध्यक्ष बनाया गया है।
इस अवसर पर मुफ्ती अरशद अहमद, कारी शकील अहमद, मौलाना नसीबुद्दीन, मौलाना शराकत, मौलाना अब्दुल वाजिद, प्रधान अब्दुल रज्जाक, प्रधान तासिम अली, कारी अबुल फजल, शमून अहमद, मास्टर अब्दुल सत्तार, हाशिम अली, मौलाना नसीम, मुफ्ती अरशद कासमी, मौलाना गुलशेर कासमी, मौलाना अब्दुल कुददूस, मास्टर अहसान महासचिव जमीयत, मास्टर अब्दुल सत्तार, कारी निसार अहमद आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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