भोपाल, । नोटबंदी के बाद देश भर के लाखों जनधन खातों में अचानक अरबों रूपए जाम हुए हैं। मध्य प्रदेश में भी हजारों ऐसे जनधन खाते हैं जिनमें नोटबंदी के बाद काली कमाई को खपाने के लिए रकम जमा की गई है। आयकर विभाग ने ऐसे खातों को चिन्हित कर उनकी उनकी जांच शुरू कर दी है।
भोपाल और जबलपुर में करीब 17 हजार जनधन खाते आयकर जांच के दायरे में हैं। ऐसे खातों पर नोटबंदी के बाद कापफी समय से आयकर विभाग नजर रखे हुए था और बैंकों से ऐसे संदिग्ध खातों का रिकाॅर्ड मंगाया था। भोपाल और जबलपुर में आयकर विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इन खातों में ढाई लाख से ज्यादा रकम जमा की गई है। सूत्रों के मुताबिक नोटबंदी के बाद बड़ी संख्या में जनधन खातों के माध्यम से 1000-500 के नोटों को ठिकाने लगाया गया था। नोटबंदी के बाद काला धन कुबेरों ने कुछ पैसों का लालच देकर अलग-अलग जनधन खातों में 1000 और 500 के नोटों को जमा कर अपना पैसा खपाने की कोशिश की है। अब आयकर विभाग ऐसे लोगों के खातों की जांच कर उनसे पूछताछ करने की तैयारी कर रहा है। आयकर निशाने पर पैसा जमा करने वाले जनधन खाताधारी और अपना पैसा खपाने वाले दोनों ही होंगे। बताया जा रहा है कि जबलपुर में करीब ऐसे आठ हजार और भोपाल के लगभग नौ हजार जनधन खातों को आयकर विभाग ने जांच के दायरे में लिया है। जबलपुर में आयकर विभाग ने सहकारी बैंकों और राष्ट्रीयकृत बैंकों भी नोटिस भेजकर नोटबंदी के बाद संदेह के दायरे में आए लोगों की जांच-पड़ताल तेज कर दी है।