पटना। राजद सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को दावा किया कि केंद्र की मोदी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पायेगी। पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काम कर रही सरकार साढ़े तीन वर्षों से अधिक नहीं चलेगी। मोदी के कामकाज और संसद में 01 फरवरी को पेश हुए केन्द्रीय बजट पर ऊँगली उठाते हुए लालू प्रसाद ने आरोप लगाया कि मोदी जी अमेरिका के राष्ट्रपति कि तरह देश को तबाह करने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि अच्छे दिन की जगह लोगों को बुरे दिन देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन में महँगाई अपनी चरम सीमा पर पहुँच गई है। इसे नियंत्रण करने के लिए केंद्र सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है। लोगों को कच्चे माल की कीमत नहीं मिल रही है एवं किसानों का हाल भी बहुत बुरा है। रेल बजट को आम बजट में शामिल किये जाने पर गुस्सा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि रेल मंत्री अपना अलग बजट पेश कर, रेल कि उपलब्धियों को बताते थे एवं भविष्य की योजनाओं की भी अपने बजट में जानकारी देते थे।
उन्होंने कहा कि रेल मंत्री को वित्त मंत्री में समावेश कर रेल मंत्री की आवश्यकता ही समाप्त कर दी गई है द्य यादव ने आरोप लगाया कि लगातार रेल भाड़ा बढ़ाया जा रहा है जिससे आमजनों को भारी मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं। उन्होंने दावा किया कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने रेल किराया बढ़ाये बिना मंत्रालय में मुनाफा कमा कर दिखाया था 1 राजद नेता ने मोदी पर रेल, बैंक और देश की अर्थव्यवस्था को चैपट करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसी स्थिति में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार साढ़े 3 वर्ष से अधिक नहीं चलेगी। लालू ने केन्द्रीय बजट में बिहार की अनदेखी करने का अरोप लगाते हुए कहा कि विशेष पैकेज देने के अपने वादे को प्रधानमंत्री पूरा नहीं कर पाए और इस दिशा में किसी भी तरह के प्रयास का बजट में कोई जिक्र नहीँ किया गया है। उन्होंने कहा कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने के वादे को भी नरेंद्र मोदी भूल गये 1 नोट बंदी पर कहा कि इससे से जो पैसे जमा हुए उसमे काला धन कितना निकल सका इसका खुलासा नरेन्द्र मोदी ने अब तक नहीं किया।
आतंकवादियों एवं नक्सलियों से कितना पैसा नोट बंदी के जरिये से निकलवाऐ, इसका भी हिसाब प्रधानमंत्री मोदी नहीं दे पाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की जरूरतों के हिसाब से बजट में कोई प्रावधान पेश नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में जीडीपी के घटने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि असंगठित मजदूरों, बेरोजगारों के लिए प्रधानमंत्री ने कुछ भी नहीं किया। व्यापारियों एवं कारोबारियों को नोटबंदी से हुए नुकसान की भरपाई भी नहीं की गई। लालू यादव ने प्रधानमंत्री पर देश को बर्बादी के कगार पर ले जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र के बजट से देश पर बेरोजगारी का बोझ बढ़ने वाला है।