जानिए Hot Mandira Bedi के बारे में उन्ही की जुबानी
भारत में जो दो चीजें सराही जाती हैं और लोकप्रिय होती है उनसे Mandira Bedi का गहरा नाता है, यानी ग्लैमर और क्रिकेट जगत। शांति से पॉपुलैरिटी अर्जित करने के बाद से ही वह धारावाहिक और फिल्मों में सक्रिय रही ।”दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” में उनका कैमियो नोटिस हुआ था। उसके कई सालों बाद साड़ी में ग्लैमरस अंदाज के साथ क्रिकेट एंकरिंग करके वह चर्चा में रही। इस साल जनवरी माह में उनकी फिल्म “वेदिका डायरीज” आई।
Mandira Bedi ने बताएं कुछ खास बातें
मंदिरा से पूछा गया – 45 वर्ष की मंदिरा आप अपनी फिटनेस के लिए भी सदा चर्चा में रहती है क्या आप इसका राज साझा कर सकती हैं?
मंदिरा – रोजाना 10 किलोमीटर की दौड़। मैं उसे किसी हाल में मिस नहीं करती। बाहर भी जाती हूं तो एक जोड़ी रनिंग शूज साथ रखती हूं। बाकी नियमित जिम जाना तो है ही। मेरे ख्याल से हम सभी को फिटनेस रूटीन को अपने जीवन शैली का हिस्सा बना लेना चाहिए।
आप फिल्मों से लुकाछुपी क्यों करती हैं, मतलब क्यों बहुत कम फिल्मे करती हैं ?
मंदिरा- यह इरादतन है। मैं महज लिस्ट लंबी नहीं करना चाहती, दोयम दर्जे की स्क्रिप्ट चुनकर अपना नाम खराब नहीं करना चाहती| मैं सिर्फ क्वालिटी काम ही करना पसंद करती हूं। दूसरी चीज यह भी है कि ऊपर वाला मुझ पर मेहरबान रहा है। मुझे लगातार बेहतर काम करने का मौका मिलता रहा है। मुझे सुर का सभी नहीं पता लेकिन फिर भी मुझे म्यूजिक रियलिटी शोज होस्ट करने के लिय चुना गया| अच्छी फिटनेस का भी मुझे अंदर नतीजा मिलता है। हफ्ते में एक दिन उससे संबंधित शूट करती हूं, फिर दूसरा दिन साड़ी डिजाइन करने में व्यतीत करती हूं, 6 दिनों में कॉर्पोरेट इवेंट पोस्ट करती रहती हूं।
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बताएं फिल्म शिक्षा दीक्षित की आपकी नजर में क्या खूबियां हैं ?
मंदिरा- उसमें टिपिकल नारी सुलभ गुण है। “दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे” में मेरे किरदार का मिजाज कुछ वैसा ही था। मैंने अब तक की भूमिका कम ही की है। शांति में मैंने मजबूत इरादों वाली औरतों की भूमिका निभाई थी। वेदिका डायरीज में मेरे किरदार शिखा का मिजाज असल में मुझसे बिल्कुल जुदा रहा है, इसलिए किरदार निभाकर मुझे बड़ी खुशी हुई है।
साड़ी को विद्या बालन के अलावा आपने भी रीडिफाइन किया, उसी ड्रेस में एंकरिंग करने का आईडिया आपको कहां से आया था?
मंदिरा- मुझे लगता है साड़ी एकमात्र ऐसा परिधान है, जिसके पहनने के ढेर सारे तरीके हैं। इसकी वजह से आप खूबसूरत और मादक दोनों देख सकते हैं, इसलिए उसे डिजाइन करने का भी ख्याल कुछ साल पहले मेरे जहन में आया। मेरे बुटीक में डिजाइनर साड़ियां लगभग 10 से 12000 में किसी को भी मिल सकती हैं।
बताइये बढ़ती उम्र के साथ शरीर में आने वाले बदलाव और फिटनेस को लेकर परेशान महिलाओं से कुछ आप कहना चाहेंगे?
मंदिरा- मैं बस इतना ही कहना चाहूंगी कि फिटनेस सिर्फ आपके शरीर की बात नहीं है, यह भावनात्मक स्थिरता और मन की खुशी को लेकर भी है, इसलिए फिटनेस पर ध्यान देना महिलाओं के लिए भी यह उतना ही जरूरी है जितना कि एक पुरुष के लिए।