देहरादून,। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ई पोर्टल व्यवस्था के प्रस्ताव से नाराज आल इंडिया केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर लामबंद दवा विक्रेताओं ने शहर के सभी मेडिकल स्टोर बंद रख कर विरोध प्रदर्शन किया। मेडिकल स्टोरों की बंदी के चलते मरीजों और तीमारदार दवाओं के लिए इधर उधर भटकते रहे। बावजूद इसके कहीं दवा मयस्सर नहीं हो सकी। हड़ताल के चलते एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरीश मुंजाल और कोषाध्यक्ष रमेश गुलाटी का कहना था कि केंद्रीय मंत्रालय की ई पोर्टल व्यवस्था पूरी तरह अव्यवहारिक है,
क्योंकि आईटी अपर्याप्त संसाधनों की वजह से निर्धारित समय पर दवाओं के बिक्री की जानकारी ईपोर्टल पर अपलोड करना विक्रेताओं के लिए लगभग असंभव है। खासकर दूरदराज के पर्वतीय और ग्रामीण अंचलों में जहां कि इंटरनेट कनेक्शन या तो सीमित हैं अथवा उपलब्ध ही नहीं हैं। उनका आरोप है कि इस सार्वजनिक नोटिस में उल्लेख है कि ई पोर्टल सिस्टम से एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस में कमी आएगी जबकि इससे बढ़ोत्तरी होगी और इसका सीधा अधिभार मरीजों पर पड़ेगा। इधर दवा विक्रेताओं की हड़ताल के चलते महानगर के अस्पतालों और नर्सिंग होमों के बाहर दवाओं के लिए मरीज और तीमारदार भटकते दिखाई दिए, मगर उन्हें दवा नसीब नहीं हो सकी। मेडिकल स्टोरों की हड़ताल से चिकित्सकीय कार्य भी प्रभावित हुए। स्थिति यह रही कि गली मुहल्लों के मेडिकल स्टोरों पर भी ताले लटके रहे।