जम्मू,। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) को राज्य से हटाए जाने की संभावना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर हालात सुधरते हैं तो अफस्पा को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल मैं यह महसूस करती थी कि हमें अधिक सुरक्षाबलों की आवश्यकता है और किसी समय पर या अभी से छह महीने या एक साल की समावधि के दौरान अगर हालात में सुधार होता है तो हमें कुछ हिस्सों से अफस्पा को हटाने के बारे में विचार करने की आवश्यता पड़ेगी। इस संदर्भ में उनकी टिप्पणी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य में सत्ताधारी गठबंधन के घटक दल पीडीपी और भाजपा दोनों ही इस मुद्दे को लेकर एक राय नहीं रखते हैं।
जहां तक भाजपा का संबंध है तो उसका मानना है कि इस विवादास्पद कानून को राज्य से उस समय तक नहीं हटाया जाना चाहिए जब तक कि हालात सामान्य नहीं हो जाते। महबूबा एक कार्यक्रम के दौरान बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि हमें कश्मीर के लोगों और इसके युवाओं तक पहुंचने की आवश्यकता है। सेना को उन तक पहुंचने में अधिक भूमिका निभानी चाहिए। हमें भी अपफस्पा को चरणबद्ध तरीके से हटाने के बारे में विचार करना चाहिए और इसके परिणामों को देखना चाहिए। ऐसा शीघ्र नहीं होगा लेकिन हमें इस पर विचार करना होगा।