मेरठ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विधानसभा चुनाव को लेकर यहां आयोजित चुनावी सभा में कहा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की लड़ाई स्कैम (एससीएएम) के खिलाफ है। स्कैम का मतलब एस से समाजवादी पार्टी, सी से कांग्रेस, ए से अखिलेश और एम से मायावती। उन्होंने कहा कि जो खुद को नहीं बचा सकते, वह प्रदेश को क्या बचाएंगे। उन्होंने शंखनाद रैली में लोगों से पूछा कि मित्रों आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए। स्कैम चाहिए कि नौजवानों को रोजगार चाहिए।
उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस गठबन्धन पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि दशकों से यह दोनों पार्टियां एक दूसरे पर हमला करती रहीं हैं लेकिन आज एक साथ चुनाव लड़ रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीति में ऐसा गठबंधन पहली बार देखा जो सुबह शाम एक दूसरे को खत्म करने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ते थे, आज एक दूसरे के गले लग गए। उन्होंने कहा कि अभी ये कांग्रेस वाले गांव-गांव जाकर उत्तर प्रदेश को कैसे लूटा जा रहा है, बताते थे। रातों-रात ऐसे क्या हो गया कि आप उसके गले लग गए? प्रधानमंत्री ने कहा कि उस समय गुलामी के खिलाफ लड़ाई थी आज गरीबी के खिलाफ लड़ाई है ।1857 के स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल यहीं से बजा था और मैं भी मेरठ की धरती से परिवर्तन का बिगुल बजा रहा हूं।
उन्होंने कहा कि मेरठ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास का प्रवेश द्वार है, लेकिन मेरठ का हाल क्या है। उत्तर प्रदेश के आन-बान और शान की ताकत मेरठ में है लेकिन हालात यह हैं कि यहां यह गारण्टी नहीं कि कोई आदमी शाम को सही सलातम वापस लौटेगा। यहां व्यापारियों की सरेआम हत्या की जा रही है। प्रदेश में गुण्डों का राज है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं यूपी में कितना भी चाहूं अच्छा करने के लिए, अगर यहां रुकावटें पैदा करने वाली सरकारें रही तो यूपी का कभी भला नहीं होगा। अभी उत्तर प्रदेश का कर्ज चुकाना बाकी है, अभी उत्तर प्रदेश के लिए कुछ और करना बाकी है। पीएम मोदी ने जनसभा में कहा कि आपने मुझे प्रधानमंत्री बनाया और आपने मुझे जो काम दिया है, ढाई साल हो गए मोदी के नाम पर कोई कलंक है क्या? उन्होंने कहा कि क्या कारण है, यहां के युवाओं को बूढे मां-बाप को, अपने खेतों को छोड़ कर यहां से जाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि यहां प्राकृतिक संसाधन है, युवाओं का जोश है जो कुछ कर गुजरने का माद्दा रखता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बहन-बेटियों की इज्जत लूटने वाले और शोषण करने वालों के खिलाफ ये लड़ाई है। गुण्डों को आश्रय देने वाली सरकार को हटाना है, मां-बहन की इज्जत लूटने वाली सरकार को हटाना है।
उन्होंने कहा कि यूपी बड़ा है इसलिए मैंने 7 हजार करोड़ दिए, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार इस पैसे को भी खर्च नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि 4 हजार करोड़ में से ढाई हजार करोड़ भी नहीं खर्च किए, जो भी खर्च किए उसका हिसाब भी अभी तक नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि गरीबों को बीमारी में सरकार की तरफ से मदद मिले इसके लिए भारत सरकार ने यूपी सरकार को 4 हजार करोड़ दिये। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी सरकार ने वोटबैंक के लिए पैसा खर्च नहीं किया, यूपी सरकार ने धर्म-जाति के आधार पर बीमारी को भी तौला प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने अमृत योजना बनाई इसके तहत 7 हजार 2 सौ करोड़ दिया गया, लेकिन खर्च किया महज 400 करोड़। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने खर्च नहीं किया क्योंकि हम पाई-पाई का हिसाब मांग रहे थे। 7200 करोड़ यूपी के नगर विकास के लिए दिए लेकिन वह भी खर्च नहीं हो पाया। सफाई अभियान के लिए यूपी सरकार को केंद्र ने साढ़े 9 सौ करोड़ दिया, और ये 40 करोड़ भी नहीं खर्च कर पाए। इन्होंने जिनको जमीनों का माफिया कहा ऐसा लोगों को इन्होंने टिकट दिया, क्योंकि इनके इरादे नेक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए, मैं कहता हूं ये सरकार विकास के लिए रुकावट है इसलिए इसे हटाना है।
पीएम मोदी ने भाषण में मेरठ के उद्योग व खेल इंडस्ट्री का भी जिक्र किया। वहीं उन्होंने कहा कियह इलाका हिदुस्तान में सबसे ज्यादा गन्ने की खेती करने वाला क्षेत्र है। उन्होंने किसानों का कर्ज माफ करने का वायदा किया। उन्होंने कहा कि चीनी खाने वाले व बेचने वाले मोटे हो रहे लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। किसानों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही लघु और सीमांत किसानों के फसली ऋण माफ किए जाएंगे। गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन में होगा। हमने किसानों के खाते में सीधे पैसे डाले। प्रधानमंत्री ने प्रदेश सरकार से सवाल किया कि आपके चीनी मिलों से क्या संबंध हैं जो मिलें किसानों को पैसे नहीं देतीं। किसानों का पैसा दबाने वाली सरकार को मत रहने दीजिए।