Mohd Shahzad शहजाद बसपा से निष्कासित
देहरादून। बसपा नेता मो. शहजाद को भाजपा से मोहब्बत करना भारी पड़ गया। उन्हें फिर से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। महासचिव सतीश कुमार ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। बसपा नेता Mohd Shahzad के घर पर शनिवार को ‘भाजपा सरकार’ मौजूद थी। बहाना भले ही शादी-ब्याह का था, लेकिन कहीं और भी निशाना था।
ऐसे में लोकसभा चुनाव के लिए हर तरह की रणनीति बुन रही भाजपा के शहजाद पर डोरे डालने के प्रयास छिपे नहीं रह गए हैं। इसी को शहजाद के पार्टी से निष्कासित किए जाने का कारण माना जा रहा है। दो बार शहजाद बसपा से निष्कासित हो चुके हैं। माना जा रहा है कि लोस चुनाव में हरिद्वार सीट से जुड़ी रणनीति के एक हिस्से में भाजपा ने शहजाद को भी रखा है।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक और शहजाद की हमेशा से मित्रता रही है। फिर चाहे वह बसपा में रहे हों या वहां से निष्कासित। कौशिक अपने साथ शनिवार को जिस तरह से सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत को शहजाद के घर लेकर गए, उसे राजनीति के जानकार बहुत सामान्य नहीं मान रहे हैं।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते Mohd Shahzad को पार्टी से निष्कासित किया गया
शहजाद के पार्टी से निष्कासित किए जाने की घोषणा रविवार को शिवालिक नगर स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में की गई। प्रदेश महासचिव नत्थू सिंह, प्रदेश महासचिव सतीश कुमार सिंह, सूरजमल, जिलाध्यक्ष राजेश कुमार ने संयुक्त रूप से पत्रकारों से वार्ता में जानकारी दी कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व विधायक मोहम्मद शहजाद को पार्टी से निष्कासित किया गया है।
कहा उन्होंने पार्टी को गुमराह करने का काम किया है। वे भाजपा के संपर्क में रहे हैं। कहा पूर्व विधायक ने हाल में राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन मायावती से पूर्व की गलतियों की माफी मांगते हुए शामिल हुए थे। पूर्व विधायक को चार साल में तीसरी बार निष्कासित करने के सवाल पर कहा उन्होंने भरोसा तोड़ा है। कहा भाजपा से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके सरकार के सहयोगियों को अपने यहां पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत बुलाया। यह पार्टी के साथ विश्वासघात है।