इस्लामाबाद । चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) पर इमरान खान की पार्टी के कथित विरोधी रुख को लेकर चीन के राजदूत ने सामवार को पार्टी नेता इमरान खान से भेंट की। इस बैठक में इमरान ने साफ किया कि हाल में नवाज शरीफ सरकार के खिलाफ चलाए जा रहे उनके विरोध प्रदर्शनों से सीपीईसी का कोई लेना-देना नहीं।
पाकिस्तान तहरीके-ए-इंसाफ (पीटीई) के सूत्रों के मुताबिक चीनी राजदूत सीपीईसी पर पार्टी के रुख को लेकर आश्वस्त होना चाहते थे। इस बैठक का अनुरोध चीन की ओर से आया था। मुलाकात के दौरान पीटीई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी भी मौजूद थे। इस बैठक के दौरान इमरान खान ने साफ किया कि न तो उनका विरोध सीपीईसी से है और न ही वह देश में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली से। उनका आंदोलन महज इस बात के लिए है कि नवाज शरीफ सरकार पर दबाव बने और वह पनामा पेपर लीक्स के मामले में ऐसी जांच के लिए तैयार हो जाए, जो जांच पड़ताल करके सही तथ्यों को सामने रख दे। गौरतलब है कि इमरान खान के विरोध प्रदर्शनों के कारण सीपीईसी से जुड़ी परियोजनाओं पर भी असर पड़ रहा है और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से लेकर उनके मंत्रिमंडल के तमाम मंत्री कह चुके हैं कि इमरान के कारण ही चीन के राष्ट्रपति की प्रस्तावित पाकिस्तान यात्रा में देरी हो रही है। इसी वजह से चीन के मन में भी इमरान खान की मंशा को लेकर सवाल घुमड़ने लगे थे।