Our fundamental right to get education
देहरादून। Our fundamental right to get education शिक्षा ही अंधकार को दूर करने का सबसे सशक्त माध्यम है। जब तक शिक्षित और संगठित होकर आगे नहीं बढ़ा जाएगा तब तक विकसित हो पाना मुश्किल है। यह बात समाजसेवी डॉक्टर एस फारूक ने आजाद कॉलोनी स्थित मदरसा दार-ए- में आयोजित बाल दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।
उन्होंने छात्रों और अभिभावकों का आह्वान किया की शिक्षा हासिल करना हमारा मौलिक अधिकार ही नहीं बल्कि फर्ज है। इस अवसर पर शिक्षाविद व प्रयाग आईएएस अकादमी के निदेशक आर ए खान ने कहा कि छात्रों को अपने अंदर एक जुनून पैदा करना चाहिए।
सिकंदर का उदाहरण देकर छात्रों को समझाया कि किस तरह से सिकंदर ने अपना लक्ष्य तय किया और उसे हासिल करने के लिए संघर्ष किया। शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद क़ासमी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि इस्लाम धर्म में शिक्षा प्राप्त करना फर्ज है।
फर्ज तभी पूरा होता है तब उसे स्वयं अदा किया जाए। इसलिए सभी को शिक्षा के प्रति गंभीर होना चाहिए। उत्तराखंड अरबी फारसी मदरसा बोर्ड के डिप्टी रजिस्ट्रार अखलाक़ अहमद ने कहा कि मदरसो के बच्चे भी प्रतिभावान होते हैं बस उन्हें तराशने की जरूरत है।
अच्छे संस्कार अपनाने पर जोर दिया
आज़ाद अकादमी के चेयरमैन मोलाना रिसलउद्देन हक़्क़ानी ने शिक्षा ओर संस्कृति पर बात की । उन्होंने अच्छे संस्कार अपनाने पर जोर दिया। इस मौके पर देश के प्रथम शिक्षा मंत्री व भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कलाम आजाद , अल्लामा इकबाल व टीपू सुल्तान को भी खिराज ए अकीदत पेश की गई।
मदरसा दार-ए-अरक़म के छात्रों ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जीवन पर भी प्रकाश डाला,मौलाना अबुल कलाम आजाद और शिक्षा विषय पर कई महत्वपूर्ण भाषण भी दिए। इस अवसर पर छात्रों की ओर से कई सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए।
कार्यक्रम को कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ताहिर ने भी संबोधित किया। संचालन हाफिज मोहम्मद शाहनज़र ने किया। इस अवसर पर मुफ्ती अयाज अहमद कासमी, कारी एहसान, हाफिज सुलेमान , मास्टर अब्दुल सत्तार,क़ारी गुलज़ार, खुर्शीद अहमद , हाजी इकबाल अहमद ,अब्दुल वहाब, तौफीक़ खान, तनवीर खान, राव इकबाल अहमद , मौलाना अब्दुल वाजिद, कारी शारिब, कारी आरिफ, क़ारी मुनव्वर, कारी इरफान, कारी जाकिर आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।