दून अस्पताल पानी के लिए भटक रहे मरीज और तीमारदार

Patient of doon hospital
Patient of doon hospital

देहरादून। Patient of doon hospital प्रदेश की राजधानी देहरादून का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल अपनी अव्यवस्थाओ को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है। गर्मियो के दिनों में अस्पताल में पेयजल की उचित व्यवस्था होने के कारण मरीजों और तिमारदारों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। जिसकी सुध अस्पताल प्रशासन लेने को तैयार नही है।

दून अस्पताल में अनियमितताएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। अगर कहा जाए कि दून अस्पताल लोगों को ठीक करने की जगह और बीमार कर रहा है तो गलत नहीं होगा। जी हां, यहां न तो लोगों को पीने का साफ पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। अस्पताल में लगे सभी वाटर कूलर खराब पड़े हैं और वाटर प्यूरीफायर के नल की टोंटी तक गायब हैं। नतीजन इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों और तीमारदारों को पेयजल नहीं मिल रहा है ।

कुछ लोग अस्पताल के तीसरी मंजिल जाकर पानी पी रहे हैं, जो पीने योग्य ही नहीं है। इस टंकी का पानी पीकर कौन कब बीमार पड़ जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता.गर्मी के मौसम में वार्डों में लगे वाटर कूलर शोपीस बने हुए हैं। पूरे अस्पताल परिसर में एक ही वाटर कूलर सही से काम कर रहा है, जो रोज अस्पताल पहुंचने वाले 3 हजार से ज्यादा मरीजों के लिए काफी नहीं है।

वॉटर कूलर बदहाल स्थिति में

द्वितीय तल पर फीमेल सर्जरी वार्ड 12 के सामने लगा वॉटर कूलर बदहाल स्थिति में है। मेल वार्ड संख्या 14 के निकट लगे वाटर कूलर महीनों से खराब पड़ा है। ऐसी ही स्थिति तृतीय तल के मेडिसिन यूनिट के मेल वार्ड 17 और फीमेल वार्ड 16 में लगे वाटर कूलरों की है। अस्पताल पहुंच रहे सभी मरीजों और उनके तीमारदारों को साफ पीने के लिए भटकना पड़ रहा है।

वहीं, दून अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट का कहना है कि संबंधित स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि एसी और वाटर कूलर जल्द से जल्द ठीक करा दिये जाए। उन्होंने कहा कि कुछ एसी और कुछ कूलर ठीक कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक हफ्ते के भीतर सभी वाटर कूलर ठीक कर दिये जाएंगे।

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