Per capita income figures are fake
विकासनगर/देहरादून। Per capita income figures are fake जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति आय के जो आंकड़े जनता को दिखाये जा रहे हैं वो धरातल पर पूरी तरह से फर्जी हैं।
मोर्चा के कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री नेगी ने कहा कि वर्ष 2018-19 में प्रति व्यक्ति आय रू0 1,98,738-, वर्ष 2017-18 में रू0 1,73,82- दर्शायी गयी है, जबकि पूर्ववर्ती सरकार के समय वर्ष 2016-17 में रू0 1,57,643- थी।
जबकि इन दो वर्षों 2017-18 व 2018-19 में तेजी से प्रदेश् का विकास ठप्प हुआ है, यानि कृषि, वानिकी, पशुधन, उद्योग, रियल स्टेट, खनन आदि तमाम कारोबारों में भारी गिरावट आयी है तथा देश की मीडिया में भी अब सच्चाई सामने आने लगी हैं।
नेगी ने कहा कि ऐसे समय में, जब प्रदेश में किसान खेती, पशुधन आदि से विमुख हो रहा हो, वैध खनन लगभग बंद कर दिया गया हो, खेती जंगली जानवरों व पलायन के कारण चौपट हो गयी हो।
रियट स्टेट के कारोबार को नोटबंदी व जीएसटी ने तबाह कर दिया हो, ऐसी परिस्थितियों में प्रति व्यक्ति आय फर्जी तरीके से बढ़ना निश्चित तौर पर चिन्ताजनक है।
नेगी ने हैरानी जतायी कि जिस प्रदेश में कर्ज का ब्याज चुकाने के लिए कर्ज लिया जा रहा हो तथा प्रदेश आर्थिक रूप से कंगाल हो गया हो, निश्चित तौर पर चिन्ताजनक है।
मोर्चा ने कहा कि आंकड़े तब जारी किये जा रहे हैं, जब देश कृषि, वानिकी, उद्योग, पशुधन, रियल स्टेट आदि तमाम कारोंबारों के घटने से चिंतित है। मोर्चा ने जनता से आग्रह किया कि अपनी निद्रा त्याग कर सरकार से हिसाब ले।
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