उत्तराखण्ड में भी छोटे दल कांग्रेस से गठबंधन के संकेत दे रहे

Political party uttarakhand
उत्तराखण्ड में भी छोटे दल कांग्रेस से गठबंधन के संकेत दे रहे Political party uttarakhand

देहरादून। उत्तरप्रदेश के उपचुनाव में साझा जीत के बाद अब उत्तराखण्ड में भी छोटे राजनीतिक दल ख्याली पुलाव पकाने लगे हैं। यूकेडी जैसी पार्टी भी कहने लगी है कि गठबंधन होता तो भाजपा को हरा देते। वोटों की संख्या भी कुछ इसी ओर इशारा कर रही है। थराली विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी मुन्नी देवी ने जीत तो दर्ज कर ली लेकिन वोटों का अंतर काफी कम था। भाजपा प्रत्याशी मुन्नी देवी ने कांग्रेस प्रत्याशी को को महज 1981 वोटों से हराकर जीत हासिल की।

चुनाव परिणाम आने के बाद विपक्ष ने अंकगणित लगाने के बाद बताया कि अगर चुनाव से पहले गठबंधन होता तो थराली उपचुनाव में कांग्रेस जीत दर्ज करती, हालांकि ये बयान यूकेडी और समाजवादी पार्टी के नेताओं के हैं. जिनकी विचारधारा उत्तराखंड में कांग्रेस से मेल नहीं खाती है। दरअसल इस अंकगणित के पीछे तर्क इस बात का है कि माकपा प्रत्याशी को 1034 वोट मिले जबकि यूकेडी प्रत्याशी ने 1365 मत हासिल किये. एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी को 587 वोट मिले हैं| जाहिर है ये वोट कांग्रेस प्रत्याशी को शिफ्ट होते तो तस्वीर कुछ अलग होती।

अब विपक्ष के लिये इसे ख्याली पुलाव जैसा ही कहेंगे क्योंकि सपा ने तो अपना उम्मीदवार ही नहीं उतारा जबकि यूकेडी के नेता कांग्रेस की तुलना में थोड़ा अलग सोचते हैं। अब विपक्ष की एक जैसी बयानबाजी को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एकजुटता के रूप में देखा जा सकता है। हालांकि भाजपा कह रही है कि विपक्ष के पास कुछ कहने के लिये बचा नहीं है. ऐसे में वे कुछ भी कहे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।

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