देहरादून,। प्रांतीय रक्षक दल हित संगठन ने सचिवालय में 80 अवैध नियुक्तियों के विरोध में तथा मांगों के समाधान को लेकर अपने आंदोलन को जारी रखते हुए सरकार व विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और कहा कि जब तक मांगों का समाधान नहीं होता है तब तक आंदोलन को जारी रखा जायेगा। यहां संगठन से जुड़े हुए पीआरडी जवान प्रांतीय अध्यक्ष प्रमोद मंद्रवाल के नेतृत्व में सुभाष रोड स्थित बैरीकैडिंग पर इकटठा हुए और वहां पर अपनी मांगों के समाधान के लिए प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और कहा कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो सड़कों पर उतरकर जनांदोलन किया जायेगा। इस अवसर पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद मंद्रवाल ने कहा कि शीघ्र ही समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो तालाबंदी को जारी रखा जायेगा। उनका कहना है कि सचिवालय की डयूटियों में विभागीय मंत्री एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा अपर सचिव सचिवालय प्रशासन अधिष्ठान अनुभाग तीन को जो सूची भेजी गई है उसमें धांधली व्यापक स्तर पर की गई है जो चिंतनीय है। उनका कहना है कि इस सूची में पांच प्रतिशत नाम भी पीआरडी प्रशिक्षण प्राप्त स्वयसेवकों के नहीं पाये गये है।
उनका कहना है कि इस सूची को तत्काल प्रभाव से रदद किया जाना चाहिए और सूची में पीआरडी के जवानों को शामिल किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि समस्याओं पर शीघ्र ही कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा। उनका कहना है कि पीआरडी एक्ट 1948 को पुनः यथावत रखते हुए पीआरडी जवानों को नियमित किया जाये या विभागीय संविदा का लाभ मुहैया करवाया जाये। उनका कहना है कि पीआरडी जवानों को डयूटी के दौरान मृत्यु हो जाने पर उसका बीमा लगभग दस लाख रूपये करते हुए उसके आश्रित को पीआरडी में डयूटी प्रदान किया जाये और जवानों की भर्ती होने की आयु, शैक्षिक योग्यता, सेवानिवृत्ति की आयु तय होनी चाहिए और पीआरडी जवानों की सेवानिवृत्ति के दौरान एक मुश्त राशि लगभग दस लाख रूपये ससम्मान उन्हें उपलब्ध कराई जाये और पीआरडी स्वयंसेवकों को मानदेय दिये जाने हेतु कुशल, अर्द्ध कुशल की श्रेणी तैयार की जाये जिससे उन्हें उनके द्वारा किये गये कार्यों के अनुरूप मानदेय प्राप्त हो सके। उनका कहना है कि शीघ्र ही उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो सडकों पर उतरकर जनांदोलन किया जायेगा। इस अवसर पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद मंद्रवाल, प्रदेश महासचिव सुनील चैहान, विनिता क्षेत्री, वीर सिंह रावत, विनोद सिंह सैनी, राजेन्द्र सिंह मेहरा, सुनील जुयाल, अवनीश सैनी सहित अनेक सदस्य मौजूद थे।