नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करारा जवाब देने के लिए कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा अब रायबरेली की विधानसभा के बाद समाजवादी पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के साथ चुनावी अभियान को गति देने के लिए संयुक्त अभियान चलाने की योजना बना रही हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ लखनऊ में जिस तरह दो बार संयुक्त संवाददाता सम्मेलन थी, उसी तरह कांग्रेस प्रियंका और डिंपल को एक साथ मंच पर उतारना चाहती है, ताकि जनता का ध्यान ज्यादा आकर्षित की जा सके।
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि राहुल और अखिलेश की संयुक्त संवाददाता सम्मेलन दोनों दलों को बहुत फायदा मिला था, साथ ही पार्टी चाहती है कि इन दोनों महिलाओं को उतारकर गठबंधन को मजबूत बनाया जाए। दोनों महिलाएं बहुत अधिक भीड़ को आकर्षित कर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि आजमगढ़ और पूर्वांचल क्षेत्र में प्रियंका और डिंपल संयुक्त रैली कर सकती हैं। रायबरेली में प्रियंका ने जिस तरह मोदी पर निशाना बनाया है, उससे पता चलता है कि प्रियंका इस गठबंधन को और आक्रामक बना कर जनता को आकर्षित कर सकती हैं।
तीसरे चरण के मतदान के बाद यह गठबंधन चौथे चरण पर अपनी नजर केंद्रित कर रहा है। राज्य में 7 चरण में मतदान होना है और अब केवल 3 चरण ही तय हो पाए हैं। सूत्रों का कहना है कि इन दोनों महिलाओं नेता के चुनाव प्रचार में उतरने से मतदाता उनकी बातों को ध्यान से सुनते हैं। भाजपा की भी हेमा मालनी और उमा भारती स्टार प्रचारक हैं, लेकिन वे इतनी प्रभावी निर्धारित नहीं हैं, जबकि डिंपल और प्रियंका उन पर भारी पड़ती हुई दिख रही हैं। डिंपल जहां जहां संबोधित कर रही हैं, जनता उन्हें सुनने के लिए आ रहे हैं, प्रियंका का जादू तो अब भी बरकरार है।