अल्मोड़ा । सांस्कृतिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपद अल्मोड़ा की अपनी एक अलग पहचान हैं। यहाॅ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हमें धार्मिक स्थलों पर वाहन पार्किग स्थलों को विकसित करना होगा यह बात प्रदेश के विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह ने आज चितई व डानागोलू मंदिर के समीप प्रस्थावित पार्किग स्थलों के संयुक्त निरक्षण के दौरान कही उन्होनें कहा कि न्यायकारी देवता चितई गोलज्यू के मंदिर प्रति वर्ष अनेक श्रधालु व पर्यटक आते हैं। इस कि पहचान देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी हैं अपनी मनोती पूर्ण होने के पश्चात यहाॅ हजारों की संख्या में लोग आते हैं।
विधान सभा उपाध्यक्ष ने कहा कि मंदिर में आने वाले श्रधालु व विभिन्न अवसर पर आयोजित विवाह समारोहो में भारी भीड़ होने से वाहन पार्किग की असुविधा होती हैं इस बात को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी व वनाधिकारी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी के साथ व्यापक विचार विमर्श करने के बाद यह निर्णय लिया गया की इन चयनित स्थानों पर पार्क निर्माण किया जाय विधान सभा उपाध्यक्ष ने मंदिर कमेटी व वहाॅ के समीपस्थ लोगों व ग्राम प्रधान चितईपंत के साथ व्यापक विचार विमर्श किया गया और सभी ने इस पर सहर्ष सहमति प्रदान कि इस अवसर पर उपस्थित जिलाधिकारी सविन बंसल को उन्होनें ने निर्देश दियें कि इसका तुरंन्त मानचित्र व आगणन तैयार कराया जाय ताकि पार्किग निर्माण हो सके उन्होने यह भी कहा कि मंदिर के समीप पार्किग स्थल का निर्माण स्वयं विधायक निधि व अन्य योजना से बनाने का प्रयास करेगें तथा डानागोलू के समीप पार्किग स्थल के प्रस्ताव हेतु राज्य सैक्टर में रखने का प्रयास किया जायेगा,
जिलाधिकारी संविन बंसल ने आष्वस्त किया कि शीघ्र ही इस कार्य के लिए ठोस निर्णय लिया जायेगा तथा वन विभाग व लोक निर्माण विभाग के साथ बैठक कर कार्यवाही कि जायेगी इस मौके पर उपस्थित वनाधिकारी एस0के0 प्रजापति ने कहा कि वन विभाग कि ओर से किये जाने वाली कार्यवाही को तुरन्त अमल में लायी जायेगी इस संयुक्त निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी विवेक राय ब्लाक प्रमुख सूरज सिराड़ी कैलाश गुरानी धर्मेद्र बिष्ट, बी0पी0 कोठारी, अर्जुन सिंह मंदिर कमेटी के संतोष सहित अन्य सदस्य ग्राम प्रधान पुष्पा पंत सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे इसके बाद उन्होनें पेटशाल में उत्तराखण्ड लोक कला एवं साहित्य संरक्षण ट्रस्ट का निरीक्षण कि और उसके संस्थापक जुगल किशोर पेटशाली द्वारा संग्रहित संग्रहालय की प्रशंसा की और जिलाधिकारी को कहा कि प्रशासन द्वारा इस तरह के कार्याे को प्रोत्साहित किया जाय इसके बाद उन्होनें खत्याड़ी में जाकर जनता से मिलकर उनकी समस्यायें सुनी और उनके निदान की बात कही।