नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हजारों लोग उतरे सड़कों पर

Protest of Citizenship Amendment Act

Protest of Citizenship Amendment Act

हरिद्वार। Protest of Citizenship Amendment Act नागरिकता संशोधन कानून का विरोध उत्तराखंड में भी तेज होने लगा है। शुक्रवार को हरिद्वार और रुड़की में सड़कों पर हजारों लोग इकट्ठे हो गए। कई जगह भीड़ प्रदर्शन करने के लिए उतारू थी। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही और हालात को संभाला।

रुड़की में तो धारा 144 जैसे हालात बने रहे। वहीं हरिद्वार में प्रदर्शन से रोकने पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को फूल देकर सद्भाव का परिचय दिया। हरिद्वार में कांग्रेस व कौमी एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने पुल जटवाड़ा से कस्साबान तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया।

रैली को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक पहुंचना था, लेकिन रैली को कस्साबान में रोकते हुए सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल ने उनका ज्ञापन लिया। रैली में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भाजपा सरकार देश में भाईचारे को समाप्त करना चाहती है।

धर्म के आधार पर कानून लागू कर संविधान की मूल अवधारणा को भी समाप्त किया जा रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश भर में लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है।

भाजपा सरकार संविधान का अपमान कर रही

पूर्व राज्यमंत्री मकबूल कुरैशी ने कहा कि केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा सरकार संविधान का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि धर्म विशेष के नाम से नागरिकता संशोधन बिल पास करना भाजपा की मानसिकता को दर्शा रहा है।

हिंदू मुस्लिम देश भर में भाईचारे सदियों से रह रहे हैं। लेकिन सुनियोजित तरीके से नागरिकता संशोधन बिल लाने की मंशा देश को माहौल को खराब करने जैसी है। मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि देश के माहौल को खराब करने की नीयत से नागरिकता संशोधन बिल लाया गया है।

मात्र राजनीतिक लाभ लेने के चक्कर में धर्म का भेदभाव फैलाया जा रहा है। बहुजन क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया।

प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रदेश संयोजक भंवर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार विवादास्पद नागरिकता संशोधन कानून लागू कर देश को बांटने का प्रयास कर रही है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को नागरिकता संशोधन कानून को तत्काल वापस लेना चाहिए। 

मंगलौर में सीएए के विरोध में नगर में जुलूस निकालकर विरोध व्यक्त किया गया है। नगर में जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकालने की सूचना के मद्देनजर पुलिस बल को मस्जिदों के बाहर तैनात किया गया था। नमाज के बाद बड़ी संख्या में युवक नगर के मेन बाजार में जमा हो गए।

पुलिस ने जुलूस रोकने का प्रयास नहीं किया

इन लोगों ने पहले दुकानें बंद करने का प्रयास किया लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने इन्हें ऐसा करने से रोक दिया। इस दौरान भारी भीड़ बाजार में पहुंच गई और मार्च निकालने पर उतारू हो गई। टकराव से बचने के लिए पुलिस ने जुलूस रोकने का प्रयास नहीं किया।

रुड़की में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में रामपुर चुंगी पर कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। उन्होंने अन्य दुकानों को भी बंद कराने की कोशिश की। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा।

बड़ी संख्या में लोग भी रामपुर चुंगी के पास जमा हो गए, लेकिन पुलिस ने किसी तरह प्रदर्शन उन्हें नहीं करने दिया। पुलिस के समझाने पर दुकान बंद करने वाले दुकानदारों ने भी अपनी-अपनी दुकानें खोल दी।

जुमे की नमाज और विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए शुक्रवार को शहर से लेकर देहात तक मस्जिदों के बाहर और बाजारों में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस अधिकारी भी पल पल की गतिविधियों पर नजर रखे रहे।

उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। सुबह से ही रुड़की, मंगलौर, भगवानपुर, झबरेड़ा, बुग्गावाला, लक्सर, कलियर, लंढौरा में मस्जिदों के बाहर और बाजारों में पुलिस और पीएसी तैनात रही। दोपहर जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई।

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