डीएम ने प्लांट का निरीक्षण किया

निरीक्षण करते डीएम।

अल्मोड़ा। गर्मी के मौसम में आम जनता को पेयजल सुविधाा हो सके इस बात को ध्यान में रखते हुए जिलाधिाकारी सविन बंसल ने आज कोसी बैराज, अल्मोड़ा नगरीय पम्पिग योजना एवं मटेला स्थित फिल्टरेशन प्लांट का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होने मानसून सत्र से पहले रुड़की स्थित सिंचाई विभाग के तकनीकि विशेषज्ञों को माह मई में बैराज मंे भेजने के लिए मुख्य अभियन्ता सिंचाई, देहरादून से दूरभाष पर वार्ता की। इस अवसर उन्होंने कहा कि बैराज के सभी गेटों से पानी की निकासी सुगमता से हो सके उसका निरीक्षण करने के साथ ही स्टाप लाॅक लगाने, गेट की लाइन्मेन्ट, गी्रसिंग और आॅयलिंग कराने के भी निर्देश सिचाई विभाग के अधिाकारियों को दिये। जिलाधिाकारी ने निरीक्षण के दौरान बैराज की सफाई निरन्तर करने और वहां पर वन विभाग, उद्यान, भूमि संरक्षण,

पर्यटन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर सौंदर्यकरण कराने के निर्देश दिये साथ ही मतस्य विभाग को वहां पर मतस्य पालन की योजना बनाने हेतु एक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये ताकि वहां पर स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके। बैराज मे मधाुमक्खी के छत को हटाने के भी निर्देश दिये क्योकि वहां पर पर्यटकों की आवाजाही बढते जा रही है ताकि उनसे काटने की घटना न होने पाये। जिलाधिाकारी ने तहसीदार अल्मोडा व स्थानीय पटवारी से समय-समय पर बैराज का निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होने सिंचाई विभाग के अधिाकारियों से कहा कि बैराज के पानी को रोकने एवं निकासी के लिए स्टाॅप लाॅक लगाने हेतु शासन को पत्र भेजें उसके लिए बजट स्वीकृत कराने हेतु मैं स्वंय प्रयास करूंगा। जनता को पेयजल की सुविधाा सुलभता से मुहैया हो सके इसका हम सभी ने ध्यान रखना है इन कार्यों मंे लापरवाही को गम्भीरता से लिया जाएगा।

इसके बाद जिलाधिाकारी ने मटेला पम्पिग योजना का निरीक्षण किया और शहर मे हो रही जलापूर्ति की जानकारी ली। जल संस्थान द्वारा पेेयजल वितरण के सम्बन्धा मंे सही जानकारी न रखने पर उन्होने नाराजगी व्यक्त और कहा कि सही आंकलन कर अवगत कराया जाय ताकि शासन को इस आशय का पत्र भेजा जा सकें कि चूंकि पम्पिग योजना में जो पम्प कार्य कर रहे हैं वह पुराने आगणन एवं उस समय की आवश्यकता के अनुसार लगाये गये थे वर्तमान में जहां एक ओर आबादी बढ गयी है वहीं दूसरी ओर अधिाक क्षमता वाले पम्पों एव पाइपों को लगाना आवश्यक है। नयी पम्पिग योजना हेतु 1086.96 लाख रू0 का आगणन शासन को पूर्व में भेजा गया था जिसमें से 50 लाख रूपये टोकन मनी के रूप में प्राप्त हो चुका है साथ ही माह मार्च में 224.00 लाख रू0 की स्वीकृती का शासनादेश भी हो चुका है। जल निगम के अधिाकारियों से कहा कि जैसे ही धानराशि प्राप्त होती है प्रारम्भिक चरण के कार्य को शुरू करना होगा।

जिलाधिाकारी ने पेयजल निगम व जल संस्थान के अधिाकारियों से कहा कि वे अद्यतन जानकारियों के साथ हमेशा तैयार रहें इस सम्बन्धा में कभी भी शासन से जानकारी मांगी जा सकती है। इसके बाद उन्होने मटेला स्थित फिल्ट्रेशन प्लांट का औचक निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश जल संस्थान के अधिाकारियों को दिये। निरीक्षण के दौरान अधाीक्षण अभियन्ता जल निगम सुभाष चन्द्र, अधिाशासी अभियन्ता आर0बी0 मौर्य, अधिाशासी अभियन्ता जल संस्थान नन्द किशोर, अधिाशासी अभियन्ता पीएमजीएसवाई/प्रभारी अधिाशासी अभियन्ता सिंचाइ्र्र गिरीश चन्द्र जोशी, आपदा प्रबन्धान अधिाकारी राकेश जोशी सहित सिंचाई, जल निगम एवं जल संस्थान के अधिाकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।