पटना। केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने डिजिटल लेन-देन को देशहित में बताते हुए लोगों को नोटबंदी के सकारात्मक प्रभावों की जानकारी दी। सिंह ने गया कॉलेज परिसर में डिजिधन मेले में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता की परवाह न करके देश की परवाह की। उनका नोटबंदी का निर्णय देशहित में लिया गया निर्णय है। उन्होंने कहा कि कई देशों की जीडीपी में करेंसी का अनुपात भारत की अपेक्षा काफी कम हैं।
इस सिलसिले में उन्होंने कुछ देशो की चर्चा करते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका में यह अनुपात 3.9 प्रतिशत, ब्राजील में 4.1 प्रतिशत एंव मैक्सिको में 5.7 प्रतिशत है, जबकि भारत में जीडीपी में करेंसी का प्रतिशत 12.2 है। सिंह ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से जाली नोट, आतंकवाद और कालधन पर रोक लगा है। इस अवसर पर बिहार के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि राज्य सरकार 2016-17 के बजट में प्लास्टिक मनी को लेकर एक प्रस्ताव दे चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने आंधी की तरह नोटबंदी का पफैसला लागू कर दिया जिससे साड़ी व्यवस्था चरमरा गई। हालांकि लोगों के साथ बैंक कर्मियों ने भी इस मामले में धैर्य बनाए रखा। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेन-देन की नई तकनीक में कई लाभ और कई कमियां भी हैं।
कमियों के बारे में आमजन को जागरूक करने की वकालत करते हुए उन्होंने केंद्र से डिजिटल लेनदेन पर सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की। आईटी विभाग के सचिव राहुल सिंह ने कहा कि अर्थव्यवस्था में नगद हस्तांतरण को कम से कम करना, उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आज कई कंपनी ई-पेमेंट में कमीशन वसूलती हैं, इसके बारे में आम उपभोक्ताओं को जागरूक करना होगा।