Rishikesh Rangers
देहरादून। वन विभाग में आये दिन भ्रष्टाचार की खबरे आती रहती हैं, इसी क्रम में कुछ दिन पहले ऋषिकेश रेंजर्स ( Rishikesh Rangers ) पर आरोप लगाया गया है कि उनके द्वारा श्यामपुर खैरी में एक प्लाॅट पर जहां हरे-भरे वृक्ष थे उनको बिना परमिट पैसे लेकर कटवा दिया गया।
टाईम विटनेस द्वारा प्रसारित खबर पर प्रभारी वन अधिकारी देहरादून ने संज्ञान लेते हुये इसकी जांच वन प्रभारी ऋषिकेश भरत मार्तोलिया को सौंपी गई। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि जांच अधिकारी इस पूरे मामले में लिपापोती करने में लगे हैं।
जब हमारे संवाद्दाता द्वारा जांच अधिकारी से इसके बारे में पूछा गया तो उनका कहना है कि इस प्रकरण में ऋषिकेश रेंजर्स द्वारा जुर्माना काट दिया गया है।
अब सोचने वाली बात यह है कि जिस पर पैसे लेकर फलदार वृक्ष कटवाने का आरोप हो, वही अगर जुर्माना काटे तो इस पर कितना विश्वास किया जा सकता है? क्या पूरे मामले को वन अधिकारियों द्वारा अपने कर्मचारी को बचाने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है?
क्योंकि जांच अधिकारी से बार-बार जुर्माने की काॅपी मांगने पर भी आज 15 दिन बाद भी उपलब्ध नहीं करा पायें हैं।
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