उत्तराखंड में शनिवार सुबह बारिश के साथ तेज आंधी चली। पौड़ी जिले के धुमाकोट में आंधी तूफान से राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिरखेत-बिरखेत की छत गिर गई। शिक्षकों और बच्चों ने वहां से भागकर जान बचाई। उधर, हरिद्वार में पेड़ गिरने से महिला की मौत की सूचना है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी आंधी-तूफान से भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने शनिवार को उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में तेज हवाएं और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी एक बार फिर सही साबित हुई है।
हालांकि ओलावृष्टि की सूचना नहीं है, लेकिन तेज हवाओं ने मैदान से लेकर पहाड़ तक तबाही मचाई है। देहरादून राजधानी से लेकर पहाड़ तक तूफान की वजह से भारी नुकसान हुआ है। बारिश से जहां तापमान गिरावट आने से गर्मी से राहत मिली है। वहीं तूफान ने भारी नुकसान पहुंचाया है। जानकारी के अनुसार पौड़ी जिले के प्राथिमक विद्यालय सिरखेत-बिरखेत में 17 बच्चे शनिवार सुबह पढ़ाई कर रहे थे। प्रधानाध्यापक धर्मानंद सुंद्रियाल और सहायक अनीता रावत ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे अचानक तूफान आया, उस समय सभी बच्चे विद्यालय में मौजूद थे।
तूफान आने पर छत उखड़ते देख शिक्षकों ने बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर जान बचाई। बताया कि स्कूल निर्माण वर्ष 1985 में स्थापित है। नए भवन की मांग पूरी नहीं हुई है। अतिरिक्त कक्ष के लिए 2009-10 में तीन लाख 70 हजार की राशि प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी के नाम स्वीकृत हुई थी, इसके बावजूद कक्ष अभी तक शिक्षण कार्य के लायक नहीं बन पाया है। उधर, रुड़की-लक्सर क्षेत्र में तड़के तेज हवा के साथ हुई जोरदार बारिश से किसानो की पफसल तबाह हो गई है। लाखों रुपये की गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। देहरादून में आंधी तूफान से कई जगह नुकसान हुआ है। पेड़ गिरने से भवनों को नुकसान पहुंचा है। तूफान से कई घरों के शीशे टूट गए। हरिद्वार के प्रेमनगर पुल के पास सुबह आंधी तूफान से एक महिला की मौत की सूचना है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।