अल्मोड़ा, । नोटबंदी के बाद आम जनता को कोई लाभ हुआ या नहीं यह तो पता नहीं, लेकिन फर्जी एकाउंट की जांच का झांसा देकर लोगों के एटीएम से रूपया निकालने वाले नग-ठगों की जरूर पौ बारह हो रही है। यदि आपको कहीं से अचानक काॅल आये और व शख्श कहे कि मोदी जी की नई घोषणा के अनुसार सभी एटीएम कार्डों का वैरिफिकेशन किया जा रहा है तो सावधान हो जाइये, क्योंकि ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। ऐसा एक वाक्या मंगलवार को यहां धारानौला निवासी शिक्षक बलवंत मेहता के साथ हुआ। हालांकि उन्होंने बड़ी सूझबूझ से इस व्यक्ति को अपनी बातों में उलझाये रखा और उसे कोई जानकारी मुहैया नहीं कराई।
दरअसल, सुबह 11 व 11 बजकर चार मिनट पर मोबाईल नंबर 08678041693 से काॅल आई। जिसमें काॅल करने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह स्टेट बैंक आॅफ इंडिया लखनऊ से बोल रहा है। उसने अपने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद काफी सारे फर्जी एकाउंट विभिन्न बैंकों में खुल गये। जिसमें काफी संख्या में रूपया डाला गया। अब प्रधानमंत्री के निर्देश पर ऐसे पफर्जी एकाउंट का वैरिफिकेशन कर उन्हें बंद किया जा रहा है। यह प्रक्रिया सभी जगह चल रही है। जिसके चलते उनके एटीएम कार्ड का वैरिफिकेशन होना है। उन्होंने बताया कि 1 नवंबर से काफी सारे फर्जी एकाउंट खुले हें।
फिर उसने शिक्षक सेएटीएम कार्ड को एक्टीवेट करने की तारीख पूछी। उस शातिर व्यक्ति ने शिक्षक को अपनी बातों में पूरी तरह उलझाने की कोशिश की और कहा कि वैरिफिकेशन के बाद जो एटीएम वार्षिक चार्ज 112 रूपये कटता है, वह भी नहीं कटेगा। इसके बाद उसने शिक्षक से वैरिफिकेशन की तारीख पूछी, किंतु शिक्षक बलवंत मेहता चूंकि यह माजरा समझ चुके थे इसलिए उन्होंने उसे बड़ी होश्यारी से टाल दिया। अलबत्ता अब आम जनता को सावधान होने की जरूरत है, क्योंकि नोटबंदी के बाद के हालातों का फायदा उठाकर जालसाज इस तरह के फोन करने लगे हैं। स्टेट बैंक आॅफ इंडिया अल्मोड़ा के बैंक अधिकारियों ने बातचीत में बताया कि फर्जी एकाउंट व एटीएम वैरिफिकेशन के कोई निर्देश आरबीआई से नहीं आये हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का यदि कभी कोई पफोन आये तो कभी भी पफोन करने वाले को अपने एकाउंट से संबंधित कोई भी जानकारी ना दें। यदि किसी ने ऐसा किया तो उसके एकाउंट से रूपये निकाले जा सकते हैं।