नई दिल्ली । नोटबंदी पर सरकार का लगातार विरोध कर रहे विपक्ष पर पीएम मोदी ने शु्क्रवार को तीखा हमला बोला। पीएम ने संसद में संविधान दिवस पर दो नई पुस्तकों भारत के संविधान का नया वर्जन और संविधान का निर्माण के विमोचन किया। इस दौरान विपक्ष को निशाना बनाते हुए पीएम ने कहा कि जो लोग नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं उन्हें सरकार की तैयारियों से समस्या नहीं है, बल्कि समस्या इस बात की है कि उन्हें संभलने का मौका नहीं मिल पाया। पीएम ने कहा कि हर किसी को अपने पैसे का उपयोग करने का अधिकार है लेकिन आज दुनिया बदल रही है, फिलहाल पैसा भौतिक रूप से मौजूद है लेकिन कैशलेस ईकोनाॅमी की तरफ बढ़ने की जरूरत है।
संविधान दिवस पर पीएम ने कहा कि हम 26 जनवरी को बड़े गर्व से मनाते हैं लेकिन बिना 26 नवंबर के 26 जनवरी अधूरी है। यह जरूरी है कि हम संविधान के विभिन्घ्न आर्टिकल्स की जानकारी रखने की बजाय उसकी स्पिरिट से जुड़े सिर्फ। हमारे जीवन में हमारे संविधान का विशेष महत्व है। हम जब भी संविधान को याद करते हैं तो डाॅ. अंबेडकर को भी याद करते हैं। 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है और युवाओं में इसके प्रति जागरूकता हो। नोटबंदी पर पीएम मोदी के बयान पर विपक्ष भड़क गया है और प्रधानमंत्री से माफी की मांग कर रहा है। विपक्ष का आरोप है कि पीएम विपक्ष पर कालेधन का आरोप लगा कर उसे अपमानित कर रहे हैं।