Sensitive to women
देहरादून। प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा के सम्बन्ध में बैठक की। महिलाओं के सुरक्षा के प्रति संवेदनशील ( Sensitive to women ) रहें, यह निर्देश मुजफ्फरपुर एवं देवरिया में महिला सुरक्षा को लेकर घटना के बाद बुलाई बैठक में कहा। मंत्री ने कहा कि महिला कल्याण विभाग का विजन एकदम साफ है। ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय होगी।
मंत्री ने कहा कि नारी निकेतन, बाल गृह इत्यादि संरक्षण गृह में सी.सी.टी.वी. एवं रजिस्टर की व्यवस्था होगी तथा इसके संचालन एवं मानिटरिंग की जिम्मेदारी अधीक्षक की होगी। उन्होंने कहा कि एक समिति बनाकर संरक्षण गृह का निरीक्षण थर्ड पार्टी के रूप में कराया जाय। इसके अतिरिक्त प्रत्येक जनपद जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनायी गई समिति द्वारा तीन माह अनिवार्य निरीक्षण कराने का निर्देश दिया।
मंत्री ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता, चिकित्सक, क्लीनिकल साइकोलाॅजिस्ट, मूक बधिर से सम्बन्धित विशेषज्ञ से बनाई गई समिति से भी परीक्षण करा लिया जाय। उन्होंने कहा कि सभी संरक्षण गृह की अधिनियम के अनुसार सभी सुविधायें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
बैठक में कहा गया कि सभी सरकार/गैर सरकारी संस्थाओं का परीक्षण किया जायेगा। यदि मानक के अनुरूप कमी पाई जाती है, तब दोषी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। इस सम्बन्ध में सोशल आडिट कराने का भी प्रस्ताव रखा गया। इस अवसर पर अपर सचिव महिला कल्याण डाॅ. रामविलास यादव, अनुभाग अधिकारी प्रीतम सिंह, समीक्षा अधिकारी विपिन कुमार एवं मुख्य परिवीक्षा अधिकारी मोहित चौधरी इत्यादि अधिकारी मौजूद थे।