Shortage of teachers will soon be removed in the state
‘मानव सम्पदा’ पोर्टल पर ऑनलाइन रहेगा शिक्षकों डाटा
पाठ्यक्रम में शामिल होगा पर्यावरण संरक्षण व संवर्द्धन का पाठ
देहरादून/रूद्रप्रयाग। Shortage of teachers will soon be removed in the state सूबे की शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। क्वालिटी एजुकेशन पर फोकस करते हुये प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में तमाम संसाधनों को जुटाया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जायेगा। जिसके लिये शीघ्र ही प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर पर आठ हजार टीचरों के पदों को भरा जायेगा।
शिक्षकों की सुविधा के लिये प्रदेश स्तर पर ‘मानव सम्पदा’ पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जिस पर शिक्षकों का सम्पूर्ण डाटा आनलाइन उपलब्ध रहेगा। छात्र-छात्राओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से पाठ्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन का पाठ शामिल किया जायेगा।
यह बात सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने रूद्रप्रयाग जनपद में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में कही। चार दिवसीय प्रदेश भ्रमण के दौरान आज रूद्रप्रयाग जनपद के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में हरेला सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुये डा. रावत ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को शीघ्र दूर कर दिया जायेगा। इसके लिये प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर पर आठ हजार शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। इसके साथ ही चतुर्थ श्रेणी के 2500 पदों पर आउटसोर्स के माध्यम से भर्ती की जाएगी।
डा. रावत ने कहा कि शिक्षकों की सुविधा के लिये ‘मानव सम्पदा पोर्टल’ बनाया जा रहा है, जिस पर शिक्षकों का सम्पूर्ण डाटा ऑनलाइन रहेगा। विभागीय मंत्री ने बताया कि पोर्टल पर शिक्षक अपने अवकाश सुविधा, चरित्र प्रविष्टि, पदोन्नति आदि के साथ ही अपनी शिकायत एवं समस्याएं भी दर्ज करा सकेंगे।
पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के प्रति जागरूक किया जा रहा : Dr Dhan Singh Rawat
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 4500 शिक्षकों का उनके द्वारा दिए गए विकल्प के आधार पर स्थानातंरण किया गया है, जोकि एक रिकार्ड है। शिक्षा मंत्री डा. रावत ने कहा कि लोक पर्व हरेला हमारी संस्कृति का हिस्सा है जोकि हमें प्रकृति के करीब रहने की प्रेरणा देता है।
उन्होंने कहा कि सभी राजकीय विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में हरेला सप्ताह के तहत वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं और छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
डा. रावत ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व संवर्द्धन को शीघ्र ही पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जायेगा। उन्होंने सभी बच्चों, शिक्षकों एवं अन्य कार्मिकों से अनिवार्य रूप से एक वृक्ष लगाने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज रुद्रप्रयाग के परिसर में आंवले के पौध का रोपण किया।
इससे पहले विद्यालय परिसर में पहुंचने पर कैबिनेट मंत्री ने स्कूल में कार्यरत अध्यापकों एवं रिक्त पदों के संबंध में जानकारी प्राप्त की साथ ही छात्राओं से भी उन्हें उपलब्ध कराई जा रही किताबों, ड्रेस, बस्ता, जूते आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त ली।
इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाचार्य ममता रावत ने अवगत कराया कि विद्यालय में वर्तमान समय में प्रवक्ता के तीन पद रिक्त हैं। छात्राओं द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हें किताबें, ड्रेस, बस्ता, जूते आदि उपलब्ध कराए गए है। साथ ही मिडडे मील भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत अमरदेई शाह, विधायक भरत सिंह चौधरी, जिलाध्यक्ष भाजपा महावीर सिंह पंवार, मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र जोशी, भूपेंद्र भंडारी, पूर्व सभासद अजय सेमवाल, प्रधान मयकोटी अमित प्रदाली, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद प्रसाद सिमल्टी, शिक्षा अधिकारी (बेसिक) जितेंद्र सक्सेना, शिक्षक अंजू बिष्ट, सुषमा चौधरी, गार्गी नैनवाल सहित अन्य शिक्षिकाएं, कर्मचारी एवं छात्राएं मौजूद रहे।
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