खर्राटों से छुटकारा पाने के बहुत आसान तरीके

Snoring

क्या आप नींद के दौरान खर्राटे लेते हैं? वैसे तो यह इतने हानिकारक नहीं होते लेकिन उनकी तीव्रता बढ़ने से मानसिक कार्य प्रभावीत होते हैं जिनसे स्ट्रोक, दिल के दौरे और अवसाद सहित विभिन्न रोगों का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन यह आदत घर वालों की नींद भी प्रभावित करती है जिनके लिए किसी खर्राटे लेने वाले व्यक्ति के पास सोना आसान नहीं होता। अगर आपको या आपका कोई प्यारा इस आदत का शिकार है तो इन आसान घरेलू टोटकों को आजमा कर देखें, हो सकता है यह उपयोगी साबित हो।
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सोने का तरीका बदलना
जब आप पीठ के बल चित लेट कर सोते हैं तो गले के मसल्स खिच्च जाते हैं और निकट आ जाते हैं, इस तरह सांस लेने में वाइब्रेशन उठता है जो खर्राटों का कारण बनता है। पहलू के बल सोना अपने गले के मसल्स को करीब लाने से रोकने में मददगार हो सकता है, जिससे खर्राटों की समस्या भी हल हो सकता है।

टेनिस बॉल
क्या आप जानते हैं कि अक्सर लोग खर्राटे उस समय लेते हैं जब वे चित या बिल्कुल सीधे लेटे हुए होते हैं, तो इससे बचने के लिए एक टेनिस गेंद खर्राटे लेने वाले व्यक्ति के पाजामे या सलवार में एक सेफ्टी पिन की मदद से लगा दें। जब वह व्यक्ति चित लेटे जाएगा तो टेनिस बाल उसके लिए बेचैनी पैदा करेगी और वह एक बार फिर करवट लेने पर मजबूर हो जाएगा।
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सिर ऊँचा करना
खर्राटों से आसानी से निजात के लिए अपना सर बिस्तर पर चार इंच तक ऊंचा कर लें, यानी मोटा तकिया या अधिक तकिए से सर ऊंचा कर लें, इस तरह जबान गले को ब्लाॅक नहीं कर सकेगी और श्वसन मार्ग खुले रहेंगे।

नाक को साफ रखें
अपनी नाक साफ रखना खर्राटों से मुक्ति का एक सरल समाधान है। नाक में जमा होने वाला कचरा श्वसन मार्ग में बाधा बनता है जिससे मुंह से सांस लेना पड़ता है जो खर्राटों का कारण बनता है।
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भाप से मदद लें
इस बात पर गौर करें कि आप नाक से साँस ठीक तरह ले रहे हों, जैसा ऊपर बताया जा चुका है कि बहती हुई नाक गले में बाधा का कारण बनती है, हो सकता है कमरे शुष्क हवा नाक से साँस लेने में कठिनाई बढ़ाए तो भाप के माध्यम से इसे खोलकर खर्राटों से बचा जा सकता है। यह तरीका तब उपयोगी होता है जब खर्राटे किसी एलर्जी या ग्रिप जुकाम के कारण हो।

बिस्तर की चादर बदलते रहें
आप दिन भर ठीक रहते हैं लेकिन रात को नाक से सांस लेने में समस्या पेश आती है तो ऐसा संभवतः एलर्जी के कारण होता है। आप अपने बिस्तर की चादर में एलर्जी के कारण सांस के मार्ग को अवरुद्ध करके खर्राटों के रास्ते खोलते हैं इसलिए अपने बिस्तर की चादर और तकिए के कवर आदि जल्दी बदलने की आदत अपनाकर आप इस खतरे को कम कर सकते हैं।

पुदिने का तेल
पुदिने का तेल या उसका माउथ वाॅश ऐसी चीजें हैं जो खर्राटों से बचाने में मददगार साबित हो सकती हैं। पुदिने का तेल अपने नाक के इर्द मिल लें ताकि श्वास मार्ग खुल जाये, जबकि पुदिने के माउथ वाॅश गले के ऊतकों की समस्या के खिलाफ उपयोगी हो सकता है।

शारीरिक वजन घटाने
एक शोध के अनुसार खर्राटे से ग्रस्त मरीज अगर अपना शारीरिक वजन 10 प्रतिशत तक कम कर लें तो उनके मुंह और नाक की समस्याएं समाप्त हो जाते हैं।

धूम्रपान से परहेज
सिगरेट गले की झिल्लीयों को सूजन पर मजबूर कर देता है। एक शोध के अनुसार धूम्रपान करने वाले 24 प्रतिशत लोगों बहुत जोर के खर्राटे लेने के आदी होते हैं, इसलिए इस आदत से छुटकारा खर्राटों भी बचा देती है।

नोट:- यह लेख साधारण जानकारी के लिए है। पाठक इस संबंध अपने चिकित्सक से भी जरूर सलाह लें। और ये लेख कैसा लगा नीचे कमेंट करना न भूले।