Social organizations express grief over Maulana Altaf death
मैने अपना बड़ा भाई खो दियाः नजमा खान
देहरादून। Social organizations express grief over Maulana Altaf death जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रदेश महासचिव व मदरसा इजहारूल उलूम मोरोंवाला के प्रबंधक मौलाना अल्ताफ मजाहिरी के निधन पर रविवार को कई धार्मिक व सामाजिक संगठनों और विद्वानों ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
मौलाना अल्ताफ का शुक्रवार देर रात दून मेडिकल काॅलेज में इलाज के दौरान इंतकाल हो गया था। शनिवार सुबह कोविड-19 के नियमों के तहत मोरोंवाला में मौलाना को सुपुद्र-ए-खाक कर दिया गया।
मौलाना मजाहिरी के इंतकाल से उत्तराखंड व पश्चिमी यूपी के कई जिलों के लोगों में शोक की लहर दौड गई है। रविवार को मौलाना के निधन पर उलेमाओं, समाज सेवियों, सामाजिक संगठनों, विद्ववानों व राजनेताओं ने गहरा दूख व्यक्त किया है।
मौलाना के निधन पर वक्फ बोर्ड की सदस्य व महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष नजमा खान ने कहा कि उन्होंने अपना भाई खो दिया है।
समाज को बड़ा नुकसान हुआ
नजमा खान ने कहा कि देहरादून ही नही प्रदेश भर में मौलाना अल्ताफ ने धार्मिक शिक्षा व समाज सुधार का जो अभियान चलाया उसे कभी भुलाया नही जा सकता। मौलाना के इंतकाल से समाज को बड़ा नुकसान हुआ है।
बसपा प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक शहजाद अहमद, तंजीम रहनुमाए मिल्लत के अध्यक्ष लताफत हुसैन, कांग्रेस नेता व उर्दू अकादमी के पूर्व सदस्य हयात खान, कांग्रेस सचिव व पूर्व प्रधान हाजी सुलेमान, इस्लामिया स्कूल अजबपुर के सचिव हाजी सलीम अहमद|
हुसैन अहमद, मिल्ली कौंसल के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना अकबर कासमी, मदरसा जामिउल उलूम सहसपुर के प्रबंधक मौलाना अब्बास कासमी, भाजपा नेता मेजर कादिर हुसैन, हाजी जाकिर हुसैन, पूर्व सीएम हरीश रावत के पूर्व ओएसडी एस एम कासिम आदि ने दुख जताया है और मौलाना के जाने को समाज के लिए बड़ा नुकसान बताया है।
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