नई दिल्ली । पिछले सप्ताह यह खबर सामने आई कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज किडनी पफेल्योर के कारण अस्पताल में भर्ती की गई हैं। इसके बाद में निःस्वार्थ उन्हें अपनी किडनी देने की पेशकश करने वाले लोगों का तांता लग गया था। मगर, इस बीच एक ऐसा मुर्दा भी सामने आया है, जो ‘जिंदा’ होने के लिए अपनी किडनी सुषमा स्वराज को देना चाहता है। इंडिया टुडे में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, वाराणसी के रहने वाले संतोष मोराट सिंह पिछले 10 वर्षों से दस्तावेजों में मृत व्यक्ति घोषित कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वराज के लिए अपने गुर्दे को देने के बदले में वह जिंदा इंसान का सर्टिपिफकेट चाहते हैं। अभिनेता नाना पाटेकर के लिए बावर्ची का काम कर चुके सिंह को उनके परिवार के सदस्यों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। दरअसल, परिजन इस बात से नाराज थे कि साल 2003 में सिंह ने मुंबई में एक मराठी दलित महिला से शादी कर ली थी। इसके बाद में जब वह अपने परिजनों से मिलने के लिए वाराणसी गए थे, तो उन्हें घर से बाहर पफेंक दिया गया था। इसके साथ ही परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया था।
उन्होंने बताया मुंबई आने के छह महीने बाद पता चला कि मेरे मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। इसके बाद से अधिकारियों के सामने यह साबित करने की सभी कोशिशें बेकार हो गईं कि मैं जिंदा हूं। वे सभी दस्तावेज भी नष्ट कर दिए गए थे, जिनसे मैं साबित कर सकता था कि मैं जिंदा हूं। अपने गांव आकर पुलिस से भी मदद मांगी, लेकिन कोई भी आगे नहीं आया। जब मैं वकीलों के पास गया, तो उन्होंने पैसे मांगे, जो उस वक्त उन्हें देने के लिए मेरे पास नहीं थे। मैंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक से संपर्क किया, लेकिन अभी तक की सारी कोशिशें बेकार हो गईं।