अब नेत्रहीन भी खेलेंगे टी-20 विश्वकप

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नेत्रहीन टी-20 विश्वकप 29 जनवरी से, 10 टीमें लेंगी हिस्सा

नई दिल्ली। क्रिकेट के दीवाने देश में जहां लोगों की रगों में यह खेल खून बनकर दौड़ता है ऐसे में एक क्रिकेट ऐसा भी है जहां खेल वही है लेकिन अंदाज थोड़ा अलग। पिच वही है लेकिन बल्ला,गेंद और खिलाड़ी थोड़े अलग हैं। बात हो रही है दूसरे नेत्रहीन टी-20 विश्वकप की, जिसका आगाज 29 जनवरी से होने जा रहा है। 29 जनवरी को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कांम्पलेक्स के केडी जाधव इनडोर स्टेडियम में प्रतियोगिता का शुभारंभ किया जाएगा। राजधानी में 30 जनवरी से 3 फरवरी तक 16 मैच खेले जाएंगे। प्रतियोगिता में 12 शहरों में कुल 48 मैच खेले जाएंगे। 12 फरवरी तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में पहला मैच मेजबान भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाएगा। इस नेत्रहीन विश्व कप में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं। 2012 में पहली बार नेत्रहीनों के लिए हुआ टी-20 विश्वकप भारत के नाम रहा। यहां आयोजित पत्रकारवार्ता में टीम के कोच पैट्रिक राजकुमार ने बताया कि खिलाड़ियों को ट्रेन करना बड़ा चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि तकनीक के साथ-साथ उनके साथ बैठकर काॅन्फिडेंस के साथ काम करना पड़ता है। इस खेल मे आँखों, कान, फीलिंग्स और बाॅडी के साथ कोआर्डिनेशन करना पड़ता है।

हर खिलाड़ी की ट्रेनिंग कैटेगरी के हिसाब से अलग होती है जिसमें काफी ज्यादा मल्टीटास्किंग करनी पड़ती है। नेत्रहीन विश्वकप से जुड़े खिलाड़ियों की आंखों में भले ही रोशनी न हो लेकिन आसमान छूते इनके हौसलों में कोई कमी नहीं है तभी तो टीम के कप्तान को पूरी उम्मीद है कि इस बार का वल्र्ड कप भी इंडिया ही जीतेगी। नेत्रहीन क्रिकेट टीम के कप्तान अजय कुमार ने बताया कि हम पूरी तरह तैयार हैं। दबाव बस इस लिहाज से है कि हमें अपना वर्ल्ड चैंपियन का टाइटल डिफेंड करना है और दुनिया को बताना है कि हमारी पहली जीत कोई तुक्का नहीं थी। लोगों में इस नेत्रहीन स्पोट्र्स को लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरुकता आए इसलिए इस टूर्नामेंट को 12 शहरों में खेला जाएगा। नेत्रहीन एसोसिएशन के अध्यक्ष महान्तेश जीके ने बताया कि पहले विश्व कप के सारे मैचे बेंगलुरू में खेले गए थे लेकिन इस बार पुणे, हैदराबाद, इंदौर, दिल्ली जैसे 12 शहरों में खेले जाएंगे। पाकिस्तान भी इस बार टूर्नामेंट का हिस्सा होगा। 1 फरवरी को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होगा।

इस अवसर पर नेत्रहीन टी-20 विश्वकप का थीम सांग “शोर मचाओ, हिम्मत बढ़ाओष् लांच किया गया। प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार, थावर चंद गहलोत,अजय मित्तल सैयद सुल्तान शाह और खेल मंत्री विजय गोयल मौजूद रहेंगे। पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ प्रतियोगिता के ब्रांड एंबेसडर होंगे। भारतीय कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, केएल राहुल, उमेश यादव और गौतम गंभीर भी नेत्रहीन क्रिकेट का सहयोग और प्रसार कर रहे हैं। गौरतलब है कि नेत्रहीन क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों का चयन तीन कैटेगरी में होता है। पहली कैटेगरी बी-1 होती है जिसमें पूरी तरह दृष्टिहीन 4 खिलाड़ी होते हैं। दूसरी कैटेगरी बी-2 होती है, जिसमें ऐसे 3 खिलाड़ी होते हैं जिन्हें 3 मीटर तक दिखाई देता है। तीसरी कैटेगरी होती है बी -3, जिसमें 4 ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिन्हें लगभग 6 मीटर तक दिखता है।