Tourism Secretary inspects George Everest
देहरादून। Tourism Secretary inspects George Everest अतिक्रमण के हट जाने के बाद अब बहुप्रतीक्षित देहरादून मसूरी रोपवे परियोजना के अंतर्गत भूमि चिन्हीकरण का कार्य आरंभ हो गया है। सचिव पर्यटन, दिलीप जावलकर ने आज देहरादून मसूरी रोपवे साइट तथा हाथीपांव स्थित जॉर्ज एवरेस्ट का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि देहरादून मसूरी रोपवे के लिए पर्यटन विभाग के स्तर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस संबंध में ‘पोमा’ कंपनी के साथ कांट्रेक्चुअल एग्रीमेंट कर लिया गया है। साथ ही साइट पर किए गए अवैध अतिक्रमण को भी विभाग द्वारा हटा लिया गया है।
पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्राप्त हो जाने के उपरांत इस परियोजना पर कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। देहरादून-मसूरी रोपवे पर्यटन विभाग की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है।
एक हजार व्यक्ति प्रति घंटे (एक तरफ) की क्षमता वाले इस रोपवे के निर्माण के पश्चात पर्यटक राजपुर रोड से मसूरी टैक्सी स्टैंड के बीच की दूरी महज 15 मिनट में तय कर सकेंगे।
इस रोपवे के बन जाने से जहां एक ओर पर्यटक पहाड़ों की वादियों की हरियाली का दर्शन करते हुए हवाई यात्रा के रोमांच का आनंद उठा सकेंगे वहीं दूसरी ओर इससे वायु प्रदूषण, कार्बन उत्सर्जन और देहरादून मसूरी मार्ग पर ट्रैफिक जाम की समस्याओं से बचा जा सकेगा।
जॉर्ज एवरेस्ट के निरीक्षण के दौरान उनके साथ सर्वे ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे सचिव पर्यटन ने बताया कि जॉर्ज एवरेस्ट में एक कार्टोग्राफिक संग्रहालय का निर्माण प्रस्तावित है।
इस संबंध में शीघ्र ही सर्वे ऑफ इंडिया के साथ एक मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि जॉर्ज एवरेस्ट में लगभग 24 करोड़ रुपए की परियोजना पर कार्य किया जा रहा है जिसमें पर्यटकों के लिए इको फ्रेंडली लॉग हट्स, मोबाइल टॉयलेट, फूड वैन, ओपन थिएटर और हैरीटेज ट्रैक का निर्माण किया जाना है।
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