चीन ने एक ऐसी ट्रेन की तैयारी का ऐलान किया है जो ढाई हजार मील प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकेगी। चीन की चाइना अरो स्पेस साईंस ऐंड टैक्नोलोजी कारपोरेशन (सीएएससी) ने ऐलान किया है कि वो ऐसी ट्रेनों की तैयारी योजना बना रही है जो कि ढाई हजार मील प्रति घंटा की रफ्तार से सफर कर सके। ये ट्रेन इतनी तेज-रफ्तार की होगी कि दिल्ली से बनारस जितनी दूरी (600 मील से ज्यादा) सिर्फ 31 मिनट में तय कर सकेगी।
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चीनी कारपोरेशन के मुताबिक वैज्ञानिक दुनिया की सुपरफास्ट ट्रेनों की तैयारी का जायजा ले रहे हैं जो कि जमीन पर उड़ सकेंगी। यह चीनी कारपोरेशन पहले ही चीन के लिए सैटेलाईटस, राकेट और मिसाईल वगैरा तैयार कर रही है। ध्यान रहे कि इस वक्त सुपर फास्ट ट्रेनों का सबसे बड़ा नेटवर्क चीन में मौजूद है और पिछले दिनों ही उसने सुपर फास्ट ट्रेन (248 मील प्रति घंटे की रफ्तार) की सर्विस 21 सितंबर से शुरू करने का ऐलान किया था।
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सीएएससी के अधिकारियों का कहना था कि वो ढाई हजार मील प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों की तैयारी के लिए राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सतह पर 20 से ज्यादा रिसर्च के संस्थानों के साथ मिलकर काम करेंगे। हो सकता है ये फ्लाइंग ट्रेन जल्द हकीकत का रूप धारण कर ले, मगर चीनी वैज्ञानिक इससे पहले 600 मील प्रतिघंटे से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन की योजना का ऐलान कर चुके हैं।
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चीन में अब तक सुपर फास्ट ट्रेनों के लिए 20 हजार किलोमीटर से ज्यादा ट्रैक बिछाया जा चुका है और 2020 तक इसमें 10 हजार किलोमीटर से अधिक लम्बे सफर का लक्ष्य रखा गया गया है। ध्यान रहे कि चीन ने इन ट्रेनों के लिए 360 अरब डॉलर का खर्चा किया है।