लखनऊ। विधानसभा चुनाव के महासमर में जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को विजन डाॅक्यूमेन्ट जारी करेंगे। पार्टी अब तक दूसरे दलों की तरह चुनाव में घोषणा पत्र ही जारी करती आई है, लेकिन यह पहला मौका होगा, जब मेनिफेस्टो का स्थान विजन डाॅक्यूमेन्ट लेगा। खास बात यह है कि यह विजन डाॅक्यूमेन्ट प्रदेश के हर क्षेत्र की जरूरतों और उसके समाधान के मुताबिक तैयार किया गया है। इसमें क्षेत्रवार मुद्दे शामिल हैं। अभी तक सियासी दल पूरे प्रदेश के लिए कई लोकलुभावन बातों को अपने घोषणा पत्र में शामिल करते आ रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है, जब किसी पार्टी ने हर क्षेत्र के लिए अलग तरह से पहल की। पार्टी नेताओं के अुनसार इसके लिए बहुत वक्त पहले से तैयारी हो रही थी।
भाजपा की परिवर्तन यात्राओं एवं जनसम्पर्क के जरिए मतपेटियों की व्यवस्था की गई थी, जिसमें जनता से उनसे जुड़े मुद्दों को लेकर राय मांगी गई थी। इसके अलावा प्रदेशभर में बड़ी संख्या में नवम्बर 2016 से सार्वजनिक स्थानों पर मतपेटियां लगायीं गई थीं। इनमें हर क्षेत्र के लोगों ने अपनी समस्याएं और उनके समाधान की दिशा में राय रखी। प्रदेश के कोने-कोने से इन मतपेटियां के आधार पर ही पार्टी ने यह विजन डाॅक्यूमेन्ट तैयार किया है। इसमें बुन्देलखण्ड से लेकर पूर्वांचल, मध्य उत्तर प्रदेश, पश्चिमी यूपी और रूहेलखण्ड के पृथक-पृथक मुद्दों को शामिल किया गया है। हर क्षेत्र की भौगोलिक और सामाजिक स्थिति का भी विजन डाॅक्यूमेन्ट में ध्यान रखा गया है। एक तरह से इसे पार्टी के विकास माॅडल के रूप में पेश किया जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक भाजपा ने इस तरह की अनूठी पहल करके प्रदेश की आम जनता को खुद से जोड़ने का काम किया है।
अभी तक सियासी दल धर्म विशेष, वर्ग विशेष और क्षेत्र के आधार पर अपनी घोषणाएं करते आये हैं, जबकि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में हर एक क्षेत्र की अपनी अलग जरूरतें हैं। जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों की समस्याएं बुन्देलखण्ड के किसानों से अलग है। कहीं भयंकर सूखा है तो कहीं पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं है। कहीं कारोबार खस्ताहाल हैं जिसमे सुधार की जरूरत है तो कहीं एक भी उद्योग नहीं। ऐसे में हर शख्स एवं हर क्षेत्र की जरूरत को ध्यान में रखते हुए विकास काफी मायने रखता है। इसलिए भाजपा अगर अपने विजन डाॅक्यूमेन्ट को जनता तक पहुंचाने में सफल रही तो उसे चुनाव में निश्चित तौर पर लाभ मिल सकता है।