Uttarakhand police ने निभाई मित्र पुलिस की भूमिका
सब इंस्पेक्टर लोकेन्द्र बहुगुणा ने किया उत्तराखण्ड पुलिस का नाम रोशन
देहरादून। उत्तराखण्ड को पर्यटन राज्य घोषित करते समय प्रदेश की सबसे पहली निर्वाचित तिवारी सरकार ने उत्तराखण्ड की पुलिस को मित्र पुलिस का नाम दिया था। जिससे कि उत्तराखण्ड में आने वाले तीर्थयात्री और पर्यटक पुलिस का एक अच्छा रूप देखें। एक तीर्थयात्री के साथ Uttarakhand police का मित्र पुलिस वाला एक और चेहरा सामने आया है।
उत्तरकाशी पुलिस की मानवता का एक और उदहारण देखने को मिला जब यमुनोत्री चौकी इंचार्ज ’एस0आई0 लोकेन्द्र बहुगुणा’ मय स्टाफ के जाम खुलवाने हेतु पैदल ’भैरों घाटी से ऊपर के मोड़ो’ पर गये जहाँ पर जाम खुलवाते वक्त वहाँ पर ’मध्य प्रदेश से आये यात्री रांझी राजक’ के अचानक सीने मे दर्द होने के कारण वह जमीन पर गिर गया। जिसे देख एस0आई0 लोकेन्द्र बहुगुणा द्वारा उसे घोड़े पर बिठाने की कोशिश की गयी परन्तु सीने मे अत्यधिक दर्द के कारण वह घोडे पर संभल नहीं पा रहा था।
एसआई लोकेन्द्र बहुगुणा ने मानवता की मिसाल पेश की
यात्री की तबीयत ज्यादा बिगड़ते देख एस0आई0 लोकेन्द्र बहुगुणा ने पालकी-डोली का इंतजार किये बिना मानवता की मिसाल पेश करते हुये यात्री को तुरंत अपनी ’पीठ पर लादकर लगभग 2 किलोमीटर पैदल’ ले जा कर ’प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र यमुनोत्री’ पहुँचाया। जहाँ पर इलाज के बाद डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि अगर इस व्यक्ति को हॉस्पिटल लाने मे थोड़ी देर हो जाती तो लो ब्लड प्रेशर व हार्टअटैक के कारण से इनकी मृत्यु भी हो सकती थी।
पर्यटक रांझी राजक उपरोक्त द्वारा इलाज के बाद नम आँखों से उपनिरीक्षक लोकेन्द्र बहुगुणा के पैर पडकर उन्होंने सीने से लगाकर जान बचाने के लिये आभार प्रकट कर धन्यवाद किया गया। रांझी राजक के साथ आये अन्य पर्यटको द्वारा इस पुलिस अधिकारी के सराहनीय कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई।