जरूर पहने हेलमेट, वरना हारनी पड़ेगी ये जिन्दगी Wear helmet
हिना आज़मी
आज गाड़ियों की इतनी धूम होने से इतनी गाड़ियां कि इंसान से ज्यादा गाड़ियां दिखती हैं। एक घर में तीन- तीन गाड़ियां हैं। इन गाड़ियों से जहां प्रदूषण हो रहा है, वही यह गाड़ियां दुर्घटना का कारण बनती है। सड़क दुर्घटनाएं छोटी से बड़ी हो सकती हैं, जैसे कि हम आए दिन खबरों में देखते ही हैं। दुर्घटना से बचने और खुद को सुरक्षित करने का तरीका है – हेलमेट पहनना (Wear helmet)।
हम देखते हैं अधिकांशत: छोटे शहरों में हेलमेट पहनने की आदत लोगों को नहीं होती। जिस समय प्रशासन द्वारा यातायात सप्ताह या किसी विशेष अवसर पर चेकिंग की जाती है और चालान काटकर पैसे वसूले जाते हैं, मात्र उसी समय लोग हेलमेट लगाते हैं। कुछ लोग पुलिस वालों से डरने के लिए हेलमेट पहनते है ,अपनी जान बचाने के लिए नहीं। जानकारी का अभाव, थोड़ा फैशन का प्रभाव और हेलमेट न लगाने से मिलने वाले क्षणिक सुख का स्वभाव, इन 3 कारणों से लोग हेलमेट नहीं लगाते और यह सुख ही उनकी मौत का कारण बन जाता है।
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एक शोध किया गया तो पता चला कि आंकड़ों के अनुसार 2016 में हेलमेट ना पहनने के कारण बाइक दुर्घटना में 10135 युवकों की मौत हो गई, उनमें से सर्वाधिक 3818 उत्तर प्रदेश में हुई। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत को देखते हुए कई राज्यों की पुलिस ने हेलमेट पर सख्ती कर दी है। खबरें आ आती है कि लोग हेलमेट अपनाने लगे हैं।
पुलिस की सख्ती जारी रहनी चाहिए, क्योंकि देखने में आया कि पुलिस शुरू- शुरू में शक्ति करती है ,लेकिन इसके बाद चुप बैठ जाती है, जिससे व्यवस्था पुराने ढर्रे पर लौट आती है ,और लोगों में भी यह जागरुकता जरूरी है, कि हेलमेट पहनना दूसरे के लिए फायदेमंद नहीं खुद के लिए सुरक्षा है और इसलिए हेलमेट जरूर पहने।