महिला कैदियों को बुनाई का प्रशिक्षण दिया जाये

DM-almora
कैदियों से मिलती डीएम।
अल्मोड़ा। ऐतिहासिक जेल अल्मोड़ा में जिलाधिकारी इवा आशीष की पहल पर अखिल विश्व गायत्री शान्तिकुंज हरिद्वार के द्वारा कैदियों हेतु 11 से 15 दिसम्बर तक स्वावलम्बन प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में कैदियों को कागज के लिफाफे, डिस्पोजल, कैरीबैग, मोमबत्ती, मूम, विक्सबाम, फाइल कवर बनाने सहित अन्य का प्रशिक्षण शान्तिकुंज हरिद्वार के स्वालम्बन विभाग के टीम संयोजक सन्तोष बामदेवी, सूर्यनाथ यादव, जयदेव के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। आज जिलाधिकारी इवा आशीष ने जेल में जाकर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि यहां पर प्लास्टिक व अन्य रद्दी को एकत्रित कर फाइल कवर बनाने हेतु यदि मशीन भी स्थापित करनी होगी तो उसकी व्यवस्था कर दी जायेगी ताकि साज एफ्ता कैदी स्वावलम्बन की दिशा में आगे बढ़ सके।
जिलाधिकारी ने आज जेल परिसर का स्थलीय निरीक्षण कर वहां पर अनुप्रयोगी भूमि का कैसे उपयोग हो सके इस सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने इस कार्यक्रम के समन्वयक डा0 अजीत तिवारी से दिये जा रहे प्रशिक्षण के बारे मंे जानकारी प्राप्त की और कहा कि इस तरह कि कार्यक्रम आयोजित करने में धन को कोई कमी आडे नही आयेगी। उन्होंने कहा कि यहां पर महिला कैदियों को बुनाई का भी प्र्रशिक्षण दिया जाय ताकि वे भी स्वालम्बन की ओर आगे बढ़ सके। जिलाधिकारी ने जेल अधीक्षक अशोक कुमार को निर्देश दिये कि वे प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग प्रदान करे साथ ही यह सुनिश्चित करें कि यह प्रशिक्षण सभी कैदियों को मिल सके इससे जहां एक  ओर कैदी स्वालम्बन की दिशा में आगे  बढ़ सकेंगे वही दूसरी ओर इनके द्वारा उत्पादित माल को बाजार में विक्रय करने से आय भी प्राप्त होगी।
इस प्रशिक्षण का कार्यक्रम ऐतिहासिक जेल अल्मोड़ा से ही प्रारम्भ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भविष्य में खादी, दरी, कालीन, जूट का सामान भी यहां पर बनाया जायेगा। कार्यक्रम समन्वयक अजित तिवारी ने जिलाधिकारी को यह भी बताया कि यहां पर ऐसे भी कैदी जो बहुत अच्छी वॉल पेन्टिग करते है उन्हें भी कच्चा माल दिलाकर उनके इस हूनर का लाभ उठाया जा सकता है। डा0 तिवारी ने कहा कि कैदियों को इस तरह के प्रशिक्षण में व्यस्त रखने से उनका धीरे-धीरे आपराधिक प्रवृत्ति का हा्रस हो जायेगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने वहां पर बनाये जा रहे फाइल कवर सहित सामाग्री को देखा और उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे इस कार्य में सफाई बरतने के साथ ही सावधानी बरतंेगे। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक अशोक कुमार, जेलर मेधराज सिंह और वहां पर तैनात चिकित्सक उपस्थित थे।