Why children are born obese?
दुनिया के विभिन्न देशों में बच्चों की जन्म दर और मृत्यु दर सहित उनके परिमाण में भी परिवर्तन पाई जाती हैं। आमतौर पर नवजात बच्चे का वजन 2 से 3 किलो के बीच होता है, लेकिन कुछ बच्चे साढ़े तीन किलो वजन के साथ भी पैदा होते हैं ( Why children are born obese )।
जो बच्चे 3 किलो 500 ग्राम वजन के साथ पैदा होते हैं, वे स्वस्थ होते हैं, जबकि 2 किलो वजन वाले बच्चों की गिनती भी स्वस्थ बच्चों में होता है। लेकिन दुनिया में कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो साढ़े तीन किलो से अधिक वजन के साथ भी पैदा होते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार 3 किलो 700 ग्राम से लेकर इससे अधिक वजन के साथ पैदा होने वाले बच्चे दरअसल ‘फिटल माईक्ररोसोमेा’ नामक बीमारी से पीड़ित होते हैं। इस बीमारी का मतलब यह है कि पैदा होने वाले बच्चे का वजन उसकी उम्र के हिसाब से अधिक है।
अमेरिका के ओहियो यूनिवर्सीटी आॅफ स्टेट, कोलंबिया की वेन पामर हॉस्पिटल फॉर वीमेन एंड बेबिज और यूनिवर्सीटी आॅफ इलिनोइस कॉलेज ऑफ मीडेशन शिकागो गानोकालोजसट विशेषज्ञों के अनुसार निटल माईक्ररोसोमो के शिकार जन्में इन माताओं के यहां होती है, जो खुद मोटापे और रक्त मधुमेह से पीड़ित होती हैं।
बच्चों की माताएं गर्भावस्था रक्त मधुमेह पीड़ित होती हैं
गाइनोकालोजस्ट के अनुसार अतिरिक्त वजन के साथ पैदा होने वाले बच्चों की माताएं गर्भावस्था रक्त मधुमेह पीड़ित होती हैं, जिसका असर उनके बच्चों पर पड़ता है, और वह भी भारी वजन के साथ पैदा होते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार कभी-कभी ऐसी पैदाइश माँ और बच्चे के जीवन के लिए खतरा भी बन जाता है। अधिकांश बहुत ही अतिरिक्त वजन वाले बच्चो की जन्म के कुछ घंटे बाद ही मौत हो जाती हैं।
विशेषज्ञों ने बताया कि अतिरिक्त वजन के साथ बच्चों के जन्म दूसरा बड़ा कारण माताओं के मोटापे का शिकार होना है। गाइनोकालोजस्ट के अनुसार अधिकांश अतिरिक्त वजन वाले बच्चों का जन्म अमेरिका और यूरोप सहित विकासशील देशों में होता है, जहां महिलाओं में खतरनाक हद तक मोटापे की दर बढ़ रही है।