Will leave party if ticket is not received
हल्द्वानी। Will leave party if ticket is not received चुनावी साल में घर वापसी करने वाले यशपाल आर्य को अपनाने में पुराने अपनों को अभी वक्त लगेगा। खासकर बाजपुर व नैनीताल विधानसभा क्षेत्र में। नैनीताल से विधायक रह चुकी व वर्तमान में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य के एक बयान ने पार्टी के अंदर हलचल बढ़ा दी है।
सरिता ने साफ कहा कि टिकट नहीं मिलने पर वह पार्टी छोड़ देंगी। बाजपुर विधानसभा में भी दिक्कत आ सकती है। हालांकि, अभी वहां के नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
जो राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है,उस परिपेक्ष में @INCUttarakhand पार्टी में निष्ठां पूर्वक एक महिला कार्यकर्ता होने के नाते पार्टी कि विपरीत परिस्तिथियों में पार्टी को मजबूत करने के लिए संघर्ष किया|दुखी मन से,व्यक्तिगत तौर पर मेरे पास बहुत से विकल्प खुले है|@INCIndia @UttarakhandPMC
— Sarita Arya (@SaritaAryaINC) October 11, 2021
कांग्रेस के टिकट पर विधायक रही सरिता आर्य को पिछले चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर संजीव आर्य ने मात दी थी। उसके बाद से सरिता लगातार तैयारियों में जुटी थीं। सरिता ने कहा कि यशपाल व संजीव के दोबारा कांगेस में शामिल होने से कांग्रेस और मजबूत होगी।
किन बिंदुओं को लेकर वापसी हुई है यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन नैनीताल सीट से टिकट को लेकर वह कोई समझौता नहीं करेंगी। यदि शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह पार्टी छोड़ देंगी।
वहीं, बाजपुर में पिछले चुनाव में सुनीता बाजवा टम्टा ने कांग्रेस की तरफ से यशपाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था। किसान आंदोलन में सुनीता के पति जगतार बाजवा अग्रणी नेताओं में माने जाते हैं। ऐसे में बाजपुर के कांग्रेसियों को मनाने में भी आर्य को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी।
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