क्या आप जानते हैं कि आम तौर पर पुरुषों की तर्जनी उनकी तीसरी उंगली से छोटी होती हैं जबकि महिलाओं में तर्जनी तीसरी उंगली (रिंग फिंगर) बड़ी होती है? यदि नहीं तो जान लें कि ऐसा वाकई होता है लेकिन इसकी वजह क्या है? तो इसका जवाब हमारे हार्मोन में छिपा है।
जी हाँ वाकई किसी बच्चे के जन्म से पहले एसटरोजन और टस्टोसीटरोन नामक हार्मोन जीन्स को नियंत्रित करते हैं कि उंगली की लंबाई निर्धारित करते हैं। यही कारण है कि पुरुषों में तर्जनी छोटी जबकि महिलाओं में इससे उलट होता है।
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मूल रूप से उंगलियों की लंबाई अलग व्यक्तिगत आदतों से जुड़ी होती है जैसे आक्रामकता, संगीत की क्षमता और लिंग परिवर्तन से संबंध रखती है। इसी तरह यह विभिन्न चिकित्सा समस्याएं जैसे आत्मकेंद्रित, अवसाद, हार्ट अटैक और कैंसर का संकेत भी हो सकता हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों को यह राज 2011 में पता चला था कि हार्मोन महिलाओं और पुरुषों में उंगलियों की लंबाई को प्रभावित करता हैं।
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इस शोध में पता चला कि अगर लड़कों में टस्टोसीटरोन नामक हार्मोनज की कमी हो तो उनकी तर्जनी लंबी होती है जबकि एसटरोजन की कमी के मामले में रिंग फिंगर की लंबाई बढ़ती है। लड़कियों में भी ऐसा ही होता है और हार्मोन में कम ज्यादा उनकी उंगलियों की लंबाई निर्धारित करती है। इस शोध से यह भी पता चला कि हार्मोन मानव व्यक्तित्व पर अपने प्रभाव जन्म से पहले ही सेट करने लगते हैं और गर्भावस्था के तीसरे महीने से वह अपना काम करने लगते हैं।
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