हैम्बर्ग। दुनिया की सबसे बड़ी एक्सरे लेजर प्रयोगशाला का उद्घाटन किया गया है जो परमाणु स्तर पर मौजूद साखतों और होने वाले प्रक्रिया चित्रण कर सकती है।
जर्मनी के शहर हैम्बर्ग में स्थित इस लेजर स्थापना डी ई एस ल मान या डीसी नाम दिया गया है और इसका स्विच ऑन करने के बाद यह यूरोप में वैज्ञानिक अनुसंधान और विकास के एक नए युग की संज्ञा दी जा रही है। ऑपरेटरों के अनुसार पहली लेजर अवरक्त सिर्फ एक सेकंड तक चली जबकि इस साल सितंबर तक एक सेकंड में यह 27 हजार बार किरणें हटाने योग्य हो जाएगी और इसी महीने प्रयोगशाला नियमित से रूप खोला जाएगा।
डीसी प्रयोगशाला यूरोपीय एक्स एफ ई एल परियोजना का हिस्सा है जिसके तहत नए औषधीय माॅलीक्योलर प्रारूपों और रासायनिक रिएक्शन को ठीक उसी समय होते हुए देखा जा सकेगा। इस अंतरराष्ट्रीय परियोजना में जर्मनी, फ्रांस, इटली, पोलैंड, रूस, स्पेन, स्वीडन और स्विट्जरलैंड के विशेषज्ञों ने भाग लिया है और इन देशों ने नियमित सहयोग किया है।
एक्सरे लेजर के माध्यम से अनुसंधान के ऐसे कोनों तक पहुँच जायेगी जो इससे पहले संभव नहीं थे। इसके माध्यम से विशेषज्ञ वायरस परमाणु विवरण, कोशिकाओं की आणविक संरचना और नैनो माल आयामी चित्र भी प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा विभिन्न रासायनिक कारकों फिल्मबंदी भी की जा सकेगी।
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