याहू को बदलना पड़ेगा अपना नाम तो जाने इसका वजह

मशहूर सर्च इंजन कम्पनी याहू अब जल्द ही अल्टाबा के नाम से जाना जायेगा। इसके साथ ही याहू के मुख्य अधिकारी मैरिसा मेयर के कम्पनी के बोर्ड से रिजाईन देने की भी खबर हैं कि याहू के बिकने के बाद वेरिजन के पास से 6 सदस्य कम्पनी को छोड़कर जा चुके है, जिसमें उनका मेयर भी शामिल है।
याहू को अधिग्रहण डिजिटल विज्ञापन को क्षेत्र में मजबूत करने के लिए इसका परिचालन किया जा रहा हैं, विशेषज्ञों के मुताबिक याहू की कुल सम्पत्तियों को एओएल से नही जोड़ना ठीक रहा। उसने 4.4 अरब डाॅलर में अधिग्रहण किया गया है। एओएल के पास से द हफिंगटन पोस्ट एवं टेक्नाॅलिजी वेबसाइट टेकक्रंच एवं एनगैजेट है। याहू के पास फाइनेंस हैं, इस तरह से वेरिजाॅन के पास अब मजबूत डिजिटल एडवरटाइजिंग मंच हो गया है।
शोध निदेशक विशाल त्रिपाटी ने बताया है कि वैरिजाॅन निश्चित रूप से याहू एवं एओएल दोनों कम्पनीयों के अपने हिसाब से परिचालन बदलेगी। शेरयरिंग वेबसाइड फ्लिकर एवं आहिस्ता-आहिस्ता लोकप्रिया हासिल कर रही, माइक्रोब्लाॅगिंग वेबसाइट टंबलर याहू के दो संपत्तियां जिससे विकास की काफी ज्यादा गुंजाइस है। इस तरह से वेरिजाॅन के टंबलर, याहू, फ्लिकर, याहू स्पोर्ट्स एवं याहू न्यूज है।  वेरिजाॅन के लिए सौदा बहुत ही लाभकारी है।